यूक्रेन में हालात और खराब हो गए हैं। रूस का हमला बढ़ता जा रहा है। रुस ने भारतीय से तुरंत यूक्रेन को खाली करने की चेतावनी दी है। बिल्डिंग की बिल्डिंग उड़ा दी गई है। लोग बेघर हो गए हैं औऱ बंकरों में छुपे हुए हैं। कई लोग मारे जा चुके हैं। खाने के लाले पड़ रहे हैं। इस बीच लोग अपने आपको बचाने के लिए इधर उधर भाग रहे हैं।
वहीं यूक्रेन में भारतीय फंसे हुए हैं जिनमे से कइयों को वतन लाया जा चुका है। लेकिन अभी भी कई यूक्रेन में फंसे हुए हैं। खार्कीव के मेडिकल कालेज में पढ़ने वाली अमनजोत नाम की एक छात्रा का पासपोर्ट खो जाने की जानकारी मिलने के तुरंत बाद पीएमओ एक्शन में आया और दो घंटे के अंदर छात्रा को इमरजेंसी सर्टिफिकेट उपलब्ध कराया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अमनजोत पोलैंड की सीमा से लगभग 1 घंटे की दूरी पर थी।
बता दें कि यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास ने छात्रों को तुरंत शहर छोड़ने का निर्देश जारी किए हैं। इसके बाद भारतीय छात्र हर संभव साधन से खार्कीव से निकलने की कोशिश कर रहे हैं और अपने को बचाने के चक्कर में अफरातफरी मची हुई है। इस अफरातफरी में अमनजोत का पासपोर्ट कहीं खों गया जिससे वो परेशान हो गई। लेकिन गनीमत रही कि उसने मोबाइल में पासपोर्ट की फोटो खींच रखी थी। उसने अपनी समस्या को भारत स्थिति कुछ लोगों से साझा की और लखनऊ के एक होटल इंडस्ट्री में काम करने वाले विजय मिश्रा ने दिल्ली में अपने संपर्क के जरिए पीएम के सलाहकार अमित खरे और विदेश मंत्री जयशंकर से मदद का आग्रह किया।
आपको बता दें कि खरे ने तुरंत विदेश मंत्रालय को इसकी जानकारी दी जिसके बाद तुरंत अमनजोत से संपर्क किया गया और पासपोर्ट के फोटो के आधार पर भारतीय दूतावास ने उसके लिए इमरजेंसी सर्टिफिकेट जारी किया। इस सर्टिफिकेट की मदद से अमनजोत के लिए पोलैंड से भारत की उड़ान भरना अब संभव होगा। पोलैंड में भारतीय छात्रों के ठहरने और खाने-पीने का इंतजाम किया गया है।