राजस्थान के जैसलमेर में 16.7 करोड़ साल पहले रहने वाले शाकाहारी डायनासोर का थार रेगिस्तान में जीवाश्म मिला है, इसलिए इसे थारोसोरस का इंडिकस यानी भारत के थार का डायनासोर नाम दिया गया है।
थारोसोरस के रूप में भारत में पहली बार एक डायक्रेओसोराइड सोरोपॉड मिला है। यह करीब 40 फीट लंबे होते थे, उनकी गर्दन और पूंछ छोटी होती थी। डायनासोर का परिवार डिप्लोडोसॉइड नामक एक विस्तृत डायनासोर प्रजाति में आता है। भारत में इससे पहले किसी डिप्लोडोसॉइड का जीवाश्म नहीं मिला था। इससे पहले मिले
सोरोपॉड्स बारापासोरस और कोटासोरस भी मिले
मीडिया रिपोर्ट में मिली जानकारी के अनुसार मध्य भारत में इससे भी प्राचीन सोरोपॉड्स बारापासोरस और कोटासोरस मिले हैं। उनका समय 19.9 करोड़ से 18.3 करोड़ वर्ष पूर्व का माना जाता है।
ऐसे होते थे थोरोसोरस
वैज्ञानिकों का कहना है कि थोरोसोरस की रीढ़ लंबी थी और सिर पर ठोस नोक होती थी। इसे डायनासोरों के प्राचीन परिवार डायक्रेओसोराइड सोरोपॉड्स में रखा गया है। इस परिवार के डायनासोर की गर्दन लंबी, सिर छोटे होते थे। वे शाकाहारी होते थे।