पौड़ी नगर पालिका चुनाव में मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा है। यहां भाजपा-कांग्रेस दोनों के प्रत्याशी जीत का दावा कर रहे हैं लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी दिक्कत बढ़ा सकता हैं। पौड़ी नगर पालिका चुनाव में अध्यक्ष पद पर भाजपा प्रत्याशी सुषमा रावत की मुश्किल बढ़ सकती हैं।
पौड़ी में भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशियों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
पौड़ी में नगर पालिका चुनाव में अध्यक्ष पद पर भाजपा प्रत्याशी सुषमा रावत की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। भाजपा से बगावत कर प्रियंका थपलियाल, बीरा भंडारी, कुसुम चमोली और हिमानी नेगी ने निर्दलीय नामांकन भरा है। भाजपा प्रत्याशी और भाजपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि वोअपने रूठे कार्यकर्ता को मना रही है। जिससे भाजपा परिवार एकजुटता से पार्टी के लिए कार्य करेगा।
लेकिन भाजपा से टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरी प्रियंका थपलियाल का कहना है कि पौड़ी की जनता का आशीर्वाद उन्हें मिल रहा है। इसलिए वह निर्दलीय के रूप में नगर पालिका के चुनाव लड़ रही है।
निर्दलीय प्रत्याशी बढ़ा रहे दिक्कत
भाजपा की बागी हिमानी नेगी का कहना है कि जिस प्रत्याशी को भाजपा द्वारा टिकट दिया गया है उसे चेहरे को कोई नहीं जानता है और अगर अन्य किसी और को अगर टिकट दिया जाता तो वो पूर्ण रूप से उसका समर्थन करती। इसके साथ ही बीरा भंडारी ने भी भाजपा से टिकट की उम्मीद में दावेदारी की थी। लेकिन टिकट न मिलने के कारण भाजपा से वो भी नाराज हैं और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं। उनका साफ कहना है की पौड़ी की जनता बीरा भंडारी के साथ है।
रूठों को मनाने में जुटी भाजपा
कुसुम चमोली भी भाजपा की मुश्किलें बढ़ाती हुई नजर आ रही हैं। कुसुम चमोली भी भाजपा नेता हैं और उन्होंने भी टिकट न मिलने के कारण ये सभी निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हालांकि भाजपा रूठों को मनाने में जुटी हुई है। लेकिन देखना ये होगा कि भाजपा किस और कितने निर्दलीय प्रत्याशी को मना पाती है। ताकि पार्टी की परेशानियां कम हो जाएं। इस बारे में भाजपा प्रत्याशी सुषमा रावत से बात की गई तो उनका कहना है कि पार्टी में छोटा-मोटा मतभेद होता रहता है। जो निर्दलीय मैदान में उतरे हैं उन प्रत्याशी से बातचीत हो रही है और वो अपना नाम वापस ले लेंगे।