देश में आज पीएम मोदी ने मन की बात के 103 वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होनें जुलाई के महिने का जिक्र करते हुए कहा कि यह माह बारिश और मानसून का महिना होता है। लेकिन बीते कुछ दिन प्राकृतिक आपदाओं के कारण चिंता और परेशानी से भरे रहे हैं।
पीएम मोदी ने यमुना नदी के बारे में बात करते हुए कहा कि यमुना और अन्य नदी में बाढ़ से कई इलाकों में लोगो को तकलीफ उठानी पड़ रही है। पहाड़ी इलाको में भूस्खलनकी घटनाएं सामने आई है। वहीं गुजरात में बिपरजॉय साइक्लोन भी आया जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई। वहीं उन्होने स्थानीय लोगों और एनडीआरएफ के जवानों की तारीफ करते हुए कहा कि इन सभी ने दिन-रात लगाकर ऐसी आपदाओं का मुकाबला किया है।
पीएम मोदी ने किया सावन का जिक्र
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सावन माह का जिक्र किया। उन्होनें कहा कि सावन का महिना महादेव की साधना- अराधना के साथ हरियाली और खुशहाली से जुड़ा होता है। इसलिए सावन का आध्यात्मिक के साथ ही सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी काफी महत्तव रहा है। उन्होनें कहा कि सावन के झूले, सावन की मेहंदी, सावन के उत्सव यानि सावन का मतलब आनंद और उल्लास होता है। वहीं पीएम मोदी ने कहा कि सावन में शिव आराधना के लिए शिव भक्त कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं। सावन की वजह से ही इन दिनों 12 ज्योतिर्लिंगो में खूब श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
विरासत लौटाने पर अमेरिका का जताया आभार
वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका को 100 से ज्यादा दुर्लभ और प्राचीन कालकृतियां वापस लौटाने पर आभार जताया। पीएम मोदी ने बताया कि भारत लौटी ये कलाकृतियां ढाई हजार साल पुरानी है। इन सभी दुलर्भ कलाकृतियों का नाता देश के अलग-अलग क्षेत्रों से है। उन्होनें बताया कि ये कलाकृतियां terracotta, stone, metal और लकड़ी से बनाई गई है। इसमें 11 वीं शताब्दी का एक खूबसूरत स्कल्पचर भी देखने को मिलेगा। ये नृत्य करती हुई अप्सरा की कलाकृति है, जिसका नाता मध्य प्रदेश है। इसी के साथ चोल युग की कई मूर्तियां भी इनमें शामिल है। देवी और भगवान मुर्गन की प्रतिमाएं तो 12 वीं शताब्दी की है और तमिलनाडु की वैभवशाली संस्कृति से जुड़ी है। इसी के साथ अमेरिका ने करीब एक हजार साल पुरानी कांसे की प्रतिमा भी भारत तो लौटाई है। पत्थरों से बनी दो जैन तीर्थकरों का मूर्ति भी भारत को वापस लौटाई है। वहीं वापस लौटाई गई चीजों में लकड़ी से बना एक पैनल भी है जो समुद्रमंथन की कथा को सामने लाता है। पीएम मोदी ने कहा कि मैंने नाम काफी कम लिए है जबकि लौटाए गए सामानें की लिस्ट काफी लंबी है।
देवभूमि उत्तराखंड का किया जिक्र
वहीं पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में देवभूमि उत्तराखंड का जिक्र किया। उन्होनें कहा कि जो भी पर्यटक उत्तराखंड जा रहे हैं वो यात्रा के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोकल उत्पाद खरीदें। उन्होनें कहा कि आज भोजपत्र के उत्पादों को यहां आने वाले तीर्थयात्री काफी पसंद कर रहे हैं और इसे अच्छे दामों पर खरीद रहे हैं। भोजपत्र की यह प्राचीन विरासत उत्तराखंड की महिलाओं के जीवन में खुशहाली के नए-नए रंग भर रही है। उन्होनें कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि भोजपत्र से नए-नए प्रोडक्ट बनाने के लिए राज्य सरकार, महिलाओं को ट्रेनिंग भी दे रही है।
माणा गांव का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि जिन क्षेत्रों को देश का आखिरी छोर माना गया था, उन्हें अब देश का प्रथम गांव मानकर विकास हो रहा है। ये प्रयास अपनी परंपरा और संस्कृति को संजोने के साथ आर्तिक तरक्की का भी जरिया बन रहा है।
सऊदी अरब सरकार का आभार जताया
वहीं पीएम मोदी ने मुस्लिम महिलाओं का जिक्र करते हुए कहा कि पहले मुस्लिम महिलाओ को बिना मेहरम हज करने की इजाजत नहीं थी लेकिन अब महिलाएं बिना मेहरम हज पर जा रही है। उन्होने कहा कि बीते कुछ सालों में हज पॉलिसी में जो बदलाव किए गए हैं, उनकी भरपुर सराहना की जा रही है। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के जरिए सऊदी अरब सरकार का आभार जताया
नशे से भावी पीढ़ी को बचाना है
वहीं पीएम मोदी ने नशे के खिलाफ अभियान की बात करते हुए कहा कि हमें देश की भावी पीढ़ियों को बचाना है,तो उन्हें ड्रग्स से दूर रखना ही होगा। इसी सोत के साथ 15 अगस्त 2020 को नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई थी। इस अभियान से 11 करोड़ से ज्यादा लोगों को जोड़ा गया है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने 10 लाख किलो ड्रग्स को नष्ट बनाने का अनोखा रिकॉर्ड भी बनाया है। इस ड्रग्स की कीमत 12 हजार करोड़ रूपये से भी ज्यादा थी।
मेरी माटी मेरा देश अभियान होगा शुरु
वहीं पीएम मोदी ने कहा कि 15 अगस्त पास ही है तो देश में एक और बड़े अभियान की शुरुआत होने जा रही है। शहीद वीर-वीरांगनाओं को सम्मान देने के लिए मेरी माटी मेरा देश अभियान शुरु होगा। इसके तहत देश भर में हमारे अमर बलिदानियों की स्मृति में अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे।