कोटद्वार : उत्तराखंड में बीती रात से कई जिलों में बारिश हो रही है। देहरादून में गुरुवार रात से बारिश का दौर जारी है। पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से एक बार फिर से नदी नाले उफान पर हैं। बीते दिन बारिश के कहर के कारण कुमाऊं समेत गढ़वाल में कई मौतें हुईं। कहीं गाड़ी के ऊपर पत्थर गिरे तो कहीं डूबने से कइयों की मौत हो गई तो वहीं कइय़ों ने जिद्द के कारण अपनी जान गवाई। पुलिस के लाख मना करने पर लोग नदी में नहाने और उफनते नालों को पार करने की कोशिश कर रहे हैं औऱ अपनी जिंदगी से हाथ धो रहे हैं। ताजा मामला कोटद्वार का है जहां ऐसा ही मामला सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार कोटद्वार समेत पौड़ी गढ़वाल में बारिश लगातार जारी है। कोटद्वार में नदी उफनाने से चिलरखल लालढांग मार्ग बाधित हो गया है। वहीं चिल्खिया (बढ़ापुर) निवासी वसीम पुत्र खलील अन्य दिनों की भांति लालढांग क्षेत्र से दूध लेकर कोटद्वार की ओर आ रहा था। वन विभाग की चिल्लर खाल चेक पोस्ट से करीब 2 किलोमीटर पहले बरसाती नदी मैली स्रोत को पार करने के दौरान वसीम की बाइक नदी के तेज बहाव में बहने लगी। वसीम बाइक को बचाने के प्रयास में स्वयं भी नदी के तेज बहाव में फंसकर उत्तर प्रदेश की सीमा की ओर बह गया। वसीम के साथ मौजूद अन्य दुग्ध विक्रेताओं ने इसकी सूचना वसीम के घर के सदस्यों को दी, जिसके बाद उसके घर से स्वजनों सहित अन्य ग्रामीण मैली सोत पर पहुंचे और वसीम की तलाश शुरू की और दोपहर को।
घटनास्थल से करीब 2 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के मंडावली थाना क्षेत्र में उन्हें नदी किनारे वसीम का शव मिला। बता दें कि बीतों दिनों एक होमगार्ड का शव तो 15 दिन बाद बरामद हुआ। आप सभी से अपील है कि उफनते नदी में नहाने ना जाएं और उफनते नालों को पार करने की कोशिश ना करें। अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें। पहाड़ में यात्रा करते समय सतर्क रहें।