देहरादून : उत्तराखंड की धामी सरकार ने 19 जुलाई को राज्य में कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के बंपर तबादले किए थे। जिन जिन अधिकारियों को जो जो जिम्मेदारी दी गई उन्होंने अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है लेकिन एक ऐसे सुर्खियों में रहने वाले आईएएस हैं जिन्होंने आदेश जारी होने के 6 दिन बाद भी अपना पदभार नहीं संभाला है जिसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। जी हां हम बात कर रहे हैं पूर्व मेला अधिकारी दीपक रावत की, जो अक्सर सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं उनकी वीडियो को जमकर लाइक और शेयर के जाता है।
ये है पूरा मामला
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 19 जुलाई को बंपर आईएएस अधिकारियों के तबादले किेए थे लेकिन अब चर्चित आईएएस की ज्वॉइनिंग न करने पर एक बार फिर से बवाल मच रहा है। दीपक रावत को सरकार ने यूपीसीएल और पिटकुल तथा उरेडा का प्रबंध निदेशक की जिम्मेदारी सौंपी है लेकिन आदेश जारी होने के 6 दिन बाद भी दीपक रावत ने अपनी कुर्सी नहीं संभाली है जिससे उनकी नाराजगी साफ झलक कर सामने आ रही है।
हरक सिंह रावत ने उन्हें रोका है?
बता दें किआईएएस अधिकारी दीपक रावत को ऊर्जा निगमों में प्रबंध निदेशक के तौर पर नियुक्त किया गया लेकिन आदेश जारी होने के 6 दिन बाद भी उन्होंने अब तक प्रबंध निदेशक पद पर जॉइनिंग नहीं ली है खबर है कि दीपक रावत इस पद पर काम नहीं करना चाहते जिसके बाद यूपीसीएल पर्टिकुलर उरेडा में प्रबंध निदेशक पद पर किसी नए चेहरे को लेकर तलाश शुरू हो गई है। दीपक रावत के ज्वॉइन न करने पर हरक सिंह रावत का भी नाम सामने आ रहा है। क्या दीपक रावत ज्वॉइन नहीं करना चाहते या हरक सिंह रावत ने उन्हें रोका है? क्योंकी खबर है कि हरक सिंह रावत तबादले के पक्ष में नहीं थे।
खबर थी कि हरक सिंह रावत ना केवल ऊर्जा विभाग में सौजन्या को लाए जाने से नाराज हैं बल्कि प्रबंध निदेशक के तौर पर दीपक रावत की नियुक्ति भी उनकी नाराजगी की वजह मानी गई खबर है कि आईएएस दीपक रावत भी प्रबंध निदेशक पद पर नहीं रहना चाहते माना जा रहा है की एमडी पद पर हरक सिंह विभागीय अधिकारियों में से किसी को लाना चाहते हैं इसलिए उनकी नाराजगी बनी हुई थी।
वही बता दें कि 6 दिन बाद जॉइनिंग ना करने के बाद शासन एक बार फिर उनका तबादला कर सकता है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि दीपक रावत को जिला अधिकारी का पदभार सौंपा जा सकता है। अभी यह खबर नहीं है कि उन्हें किस जिले का भार सौंपा जाएगा।