शिक्षक करण सांगवान की जो अनअकेडमी में पढ़ाते थे। एक कक्षा के दौरान इन्होनें अपने छात्रों से शिक्षित लोगों को ही वोट देने की बात कही तो अनएकेडमी ने इन्हें नौकरी से ये कहकर निकाल दिया कि क्लासरूम व्यक्तिगत राय और विचार साक्षा करने की जगह नहीं है और करण सांगवान ने हमारे शिक्षण संस्थान की आचार संहिता का उल्लंघन किया है इसलिए हमें उनसे अलग होना पड़ रहा है। शिक्षक को नौकरी से निकालने के बाद से लगातार वो सुर्खियों में बने हुए हैं। तमाम गलियारों से कई तरह की प्रतिक्रिया इस मामले पर सामने आई हैं।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी अनअकेडमी पर हैरानी जताई और कहा कि क्या लोगों को शिक्षित व्यक्ति को वोट दें कहना अपराध है। उन्होनें कहा कि यदि कोई व्यक्ति अनपढ़ है मैं उसका व्यक्तिगत तौर पर उसका सम्मान करता हूं। लेकिन जनप्रतिनिधि अनपढ़ नहीं हो सकते। ये साइंस और टेक्नोलॉजी का जमाना है। 21 वीं सदी के आधुनिक भारत का निर्माण अनपढ़ जनप्रतिनिधि कभी नहीं कर सकते।
मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा- करण सांगवान
वहीं खुद मामले पर करण सांगवान ने कल अपने यूट्यूब पर वीडियो अपलोड किया जिसमे वो कहते नजर आ रहे हैं कि मैंने किसी नेता, पॉलटिकल पार्टी का नाम नहीं लिया बल्कि मैंने तो लोगो कहा था। बात का बतंगड़ बनाना आता है। खाली बैठे लोगों ने जिनके पास कोई काम नहीं है उन्होनें इस तरह से मेरी बात को पेश किया जैसे मैंने पर्सनल किसी के लिए कहा हो। उन्होनें ये भी कहा कि उन्हें देश में बहुमत के साथ लोगों का समर्थन मिला है। लोगों ने कहा कि करण सांगवान ने ऐसा कुछ भी नही कहा है जो गलत हो उन्होनें लोगों को सही दिशा देने का काम किया है।
पढ़ाई सिर्फ वो नहीं है जो आप क्लासरूम में पढ़े
वहीं उन्होनें ये भी कहा कि“टीचर होने के नाते मेरी एक ड्यूटी बनती है। मैं मेरे स्टूडेंट्स को सही मार्गदर्शन दे सकूं। क्योंकि पढ़ाई सिर्फ वो नहीं है जो आप क्लासरूम में पढ़ रहे हो। इसके अलावा आप समाज में कैसे बैठते हो, कैसे उठते हो, ये सब भी जरूरी होता है। ये सब मुझे मेरे टीचर्स ने सिखाया और यही मैं मेरे स्टूडेंट्स को सिखा रहा था। उनके अच्छे भविष्य के लिए।”
अनएकेडमी की तरफ से लगा शिक्षक पर आरोप
बता दें कि अनएकेडमी जहां करण सांगवान पढ़ाते थे, अनएकेडमी ने करण सांगवान पर आरोप लगाया कि उन्होंने अनएकेडमी के कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन किया है। इस बात पर करण ने कहा कि कोड ऑफ कंडक्ट के अग्रीमेंट में लिखा हुआ है कि आप कोई भी “राजनीतिक बयान” नहीं देंगे। लेकिन “राजनीतिक बयान” की कोई परिभाषा कहीं पर भी नहीं है कि ये क्या होता है।
मैं अभी भी अपनी बात पर रहूंगा- करण
उन्होंने कहा, अनएकेडमी ने मुझे अपने ईमेल में एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट भेजा, कहा कि ये “राजनीतिक बयान” है. जिसकी वजह से उनकी प्रतिष्ठा ख़राब हो रही. मुझे इस बात का हमेशा दुख रहेगा कि अनएकेडमी ने मुझसे इस बारे में कोई बात भी नहीं की। लेकिन मैं अभी भी अपनी बात पर रहूंगा। मैंने आगे भी स्टूडेंट्स को यही बात कहूंगा कि आप पढ़े-लिखे इंसान को चुनें। क्योंकि शिक्षा सबकी जिंदगी में एक जरूरी भूमिका निभाती है.”
हरियाणा के निवासी है करण सांगवान
बता दें आपको देश में चर्चा का विषय बने करण सांगवान हरियाणा के रहने वाले हैं, जिन्होंने क्रिमिनल लॉ में एलएलएम किया हुआ है। करण सांगवाल सात साल से भी ज्यादा समय से बतौर शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। साल 2020 से वे अनअकेडमी में पढ़ा रहे थे। उनका एक यूट्यूब चैनल भी है, जिसका नाम है लीगल पाठशाला उन्होनें कहा है कि वो अब अपने यूट्यूब चैनल लीगल पाठशाला से मुफ्त में बच्चों को शिक्षा देंगे।