देश में आर्थिक सुधारों के जनक और पूर्व प्रधानमंत्री Manmohan Singh का गुरुवार रात को निधन हो गया है। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। मनमोहन सिंह अपने पीछे ऐसी विरासत छोड़कर गए हैं जो उन्हें देश की महान शख्सीयतों में शुमार करती है। मनमोहन सिंह की पहचान बुद्धिजीवी, आर्थिक सुधारों के प्रणेता और जनसेवा के प्रति उनके समर्पण के लिए जाना जाता है।
मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को पंजाब के चकवाल जिले के गाह में जो अब पाकिस्तान में है वहां हुआ था। उन्होनें 1954 में पंजाब विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की।1957 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से इकॉनामिक्स ट्रिपोस।1962 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डी. फिल। राजनीति में आने से पहले मनमोहन सिंह ने कई अहम प्रशासनिक पदों पर काम किया, जिनमें मुख्य रुप से आर्थिक सलाहकार, रिजर्व बैंक के गवर्नर और योजना आयोग के उपाध्यक्ष जैसे अहम पद शामिल हैं।
1991 में Manmohan Singh बने वित्त मंत्री
साल 1991 में मनमोहन सिंह भारत के वित्त मंत्री बने और उन्होनें ऐतिहासिक उदारीकरण की शुरुआत की। उन्हें सूचना का हक कानून, मनरेगा, आधार कार्ड और आरटीआई के साथ ही अमेरिका के साथ ही असैन्य परमाणु समझौते के लिए हमेशा याद किया जाएगा। मनमोहन सिंह के परिवार की बात करें तो उनके परिवार में पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियां और उनके परिवार शामिल हैं।
Manmohan Singh की बेटियां भी कामयाब
मनमोहन सिंह की तीन बेटियां है। उपिंदर सिंह, अमृत सिंह और दमन सिंह। पूर्व पीएम की तीनों बेटियों का अपने-अपने क्षेत्र में बड़ा नाम हैं। आइये जानते हैं उनकी तीनों बेटियों के बारे में।
उपिंदर सिंह
उपिंदर सिंह एक जानी मानी इतिहासकार और अशोका विश्वविद्यालय की डीन हैं। वे पूर्व में दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की प्रमुख भी रह चुकी हैं। उन्होने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज और मॉन्ट्रियल की मैकगिल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। भारत के प्राचीन इतिहास, पुरातत्व और राजनीतिक विचारों पर उन्होनें रिसर्च की है। उन्हें किताब ए हिस्ट्री ऑफ एंसिएंट एंड अर्ली मीडीवियल इंडिया और पॉलिटिकल वॉयलेंस इन एंसिएंट इंडिया को खूब तारीफ मिली है। समाज विज्ञान में काम के लिए उन्हें इंफोसिस प्राइज से सम्मानित किया गया है।
अमृत सिंह
मनमोहन सिंह की दूसरी बेटी अमृत सिंह एक मशहूर मानवाधिकार वकील हैं और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के लॉ स्कूल में प्रैक्टिस ऑफ लॉ की प्रोफेसर हैं। अमृत सिंह रूल ऑफ लॉ इम्पैक्ट लैब की कार्यकारी निदेशक भी हैं। अमृत सिंह ने प्रतिष्ठित येल लॉ स्कूल, ऑक्सफोर्ड, कैंब्रिज विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। वैश्विक मानवाधिकार मामलों में अमृत सिंह एक चर्चित नाम हैं। वे यूरोपीय मानवाधिकार अदालत, अफ्रीकन कमीशन ऑन ह्युमन एंड पीपल्स राइट में भी सुनवाई में शामिल हो चुकी हैं। वे गार्जियन और द न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे प्रतिष्ठित अखबारों में लेख भी लिखती रहती हैं।
दमन सिंह
दमन सिंह लेखन जगत में सक्रिय हैं। उन्होनें मनमोहन सिंह के जीवन पर किताब स्ट्रिक्टली पर्सनल मनमोहन एंड गुरशरण, ए मेमोयर लिखी है। इस किताब में मनमोहन सिंह के निजी जीवन के बारे में काफी जानकारी दी गई है। इसके अलावा दमन सिंह ने द सेक्रेड ग्रोव और नाइन बाइ नाइन भी लिखी है।