पीसीएम अधिकारी ज्योति मौर्य को लेकर चर्चा में आए महोबा के होमगार्ड जिला कमांडेंट मनीष दुबे पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा था जिसके बाद मनीष के खिलाफ जंच की गई। वहीं अब विभागीय जांच में जानकारी सामने आई है कि मनीष दोषी है। जिसके बाद अब मनीष दुबे को सस्पेंड करने की संस्तुति की गई है।
जानकारी के अनुसार मनीष दुबे पर कार्रवाई केवल ज्योति मौर्य को लकेर नहीं हुई है बल्कि मनीष दुबे के ऊपर दो अन्य महिलाओं के साथ अफेयर होने की बातें भी सामने आई थी। जिसके बाद दो महिलाएं और ज्योति मौर्य के केस को लेकर जांच की गई जिसके बाद मनीष दुबे को सस्पेंड करने की सिफारिश की जा रही है। वहीं अब जांच रिपोर्ट को शासन भेजा जाएगा जिसके बाद मनीष दुबे पर काईरवाई तय होगी।
मनीष पर पहला केस ज्योति मौर्य का
महोबा के होमगार्ड जिला कमांडेंट मनीष दुबे पर पहला केस पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य का है। दरसअल, पीसीएस ज्योति के पति सफाई कर्मचारी आलोक ने डीजी होमगार्ड से शिकायत की थी जिसमें उन्होनें कहा था कि उफनकी पत्नी ज्योति और होमगार्ड जिला कमांडेंट मनीष दुबे का अफेयर चल रहा है इसके साथ ही उनकी पत्नी और मनीष दुबे उन्हें जान से मारने की साजिश रच रहे हैं। जिसके बाद मनीष दुबे के खिलाफ जांच की गई।
दूसरा केस अमरोहा की महिला का
वहीं होमगार्ड जिला कमांडेंट मनीष दुबे पर दूसरा केस अमरोहा से एक महिला ने लगाया था। महिला ने आरोप लगाया था कि मनीष दुबे उसे अकेले में मिलने बुलाते हैं। और जब वह मिलने नहीं गई तो उसकी ड्यूटी पर रोक लगा दी। महिला ने इस बात की शिकायत डीजी होम से की थी। वहीं शिकायत करने पर भी महिला को धमकी दी जा रही थी।
तीसरा केस मनीष की पत्नी का आरोप
वहीं मनीष दुबे पर उनकी पत्नी ने जांच के दौरान लिखित रूप से शादी के बाद 80 लाख रूपये दहेज मांगने का लगाया है। हालांकि जब पुलिस ने उनसे इस बारे में बातचीत की तो उन्होनें कहा कि यह मेरा पारिवारिक मामला है।
फिलहाल मनीष दुबे की भूमिका को लेकर होमगार्ड विभाग की जांच पूरी हो गई है। जिसमें मनीष दुबे को दोषी पाया गया है। जिसके आधार पर मनीष दुबे को निलंबित करने की सिफारिश की गई है।