देशभर में चर्चित हुए पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे प्रकरण में प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे को निलंबित कर दिया है।
डीजी होमगार्ड बीके मौर्या ने इस संबंध अपनी संस्तुतियों के साथ रिपोर्ट मंगलवार शाम को भेज दी थी। जांच रिपोर्ट में डीजी होमगार्ड ने कमांडेंट मनीष को निलंबित करने के साथ मुकदमा दर्ज कर विवेचना की सिफारिश की थी। जांच में सामने आया है कि मनीष दुबे ने अपने कृत्यों से विभाग की छवि भी धूमिल करने के साथ संपर्क में आईं महिलाओं का शोषण किया।
इन महिलाओं का मनीष ने किया शोषण
वर्ष 2021 में मनीष ने लखनऊ की एक युवती से अलीगंज स्थित आर्य समाज मंदिर में शादी की थी। कुछ दिन बाद ही वह उसे 80 लाख रुपये दहेज में लाने के लिए प्रताड़ित करने लगा था। मनीष की पत्नी ने डीआईजी को दिए अपने बयान में इसकी पुष्टि की है। वहीं, अमरोहा में तैनाती के दौरान मनीष पर एक महिला होमगार्ड के यौन शोषण का आरोप है। डीआईजी के सामने महिला होमगार्ड ने इसकी पुष्टि करते हुए बयान दिया कि उसके विरोध पर मनीष ने उसे नौकरी से निकलवा दिया था। बाद में डीजी होमगार्ड से शिकायत पर वह बहाल हुई थी।
फोन पर कर रहे थे मनीष और ज्योति प्लान
इस प्रकरण की जांच कर रहे डीआईजी संतोष कुमार को ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्या ने कुछ कॉल रिकॉर्डिंग दी थी। इनमें से एक रिकॉर्डिंग में ज्योति और मनीष आपस में आलोक को रास्ते से हटाने, ठिकाने लगाने, कहानी खत्म करने… जैसे शब्द बोलते पाए गए हैं। जब मनीष से इस बारे में पूछताछ की गई तो उसने कहा कि वे आलोक से तलाक लेने की बात कह रहे थे। हालांकि डीआईजी ने इस बातचीत को बेहद गंभीर प्रकरण मानते हुए पुलिस से जांच कराने की संस्तुति की है। इसका मुकदमा दर्ज होने पर ज्योति और मनीष के मोबाइल फोन, सीडीआर इत्यादि की गहनता से पड़ताल की जाएगी।