उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां एक 12 साल का मासूम बच्चा 20 घंटे जंगल में छिपा रहा। पुलिस उसे हर जगह ढूंढती रही।
20 घंटे जंगल में रहा 12 साल का बच्चा
श्रीनगर गढ़वाल में एक 12 साल का मासूम बच्चा 20 घंटे तक जंगल में अकेला रहा। पुलिस उसे जगह-जगह ढूंढती रही लेकिन बच्चा जंगल में छिपा रहा। मिली जानकारी के मुताबिक श्रीनगर गढ़वाल के सुभाष चन्द्र बॉस हॉस्टल श्रीनगर के हॉस्टल में रहने वाले एक बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट हॉस्टल इंचार्ज ने श्रीनगर कोतवाली में दर्ज करवाई।
स्कूल से हॉस्टल वापस नहीं लौटा बच्चा
हॉस्टल इंचार्ज ने बताया कि राजकीय इंटर कॉलेज श्रीनगर में कक्षा छह में पढ़ने वाला 12 वर्षीय बच्चा नेताजी सुभाष चंद बोस हॉस्टल में रहता है। सोमवार को बच्चा स्कूल गया लेकिन वो स्कूल से वापस हॉस्टल नहीं आया। इस खबर से हड़कंप मच गया।
खोजबीन हेतु की गई पूछताछ में हुआ खुलासा
पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद बच्चे की तलाश शुरू की। पुलिस ने सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले और पूरे शहर में बच्चे की को ढूंढने के लिए पूछताछ की। जिसके बाद बच्चे के भाई ने बताया कि उसने घर जाने की बात कही थी।
जिसके परिजनों से संपर्क किया गया तो पता चला कि बच्चा घर भी नहीं गया था। जिसके बाद हड़कंप मच गया। परिजन भी हॉस्टल पहुंच गए। जिसके बाद बच्चे को हर तरफ ढूंढा गया लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया।
20 घंटे बाद जंगल में मिला मासूम
बच्चे को ढूंढने के लिए 20 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चला जिसके बाद बच्चा घर के पास ही जंगल में मिला। बच्चे के सुरक्षित मिलने पर परिजनों समेत सभी ने राहत की सांस ली। जिसके बाद पुलिस ने बच्चे को परिजनों तो सौंप दिया।
जब इस बारे में पूछताछ की गई तो वॉर्डन ने कहा कि बच्चे का पढ़ने लिखने में मन नहीं लगता था। वो हर वक्त घर जाने की ही बात करता रहता था। शायद इसी वजह से बच्चे ने ये कदम उठाया। जबकि बच्चा अपने इस कदम के बारे में कुछ भी नहीं कह रहा है।