उत्तराखंड में एक बार फिर बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। रविवार देर रात हुई बारिश के कारण चमोली में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सिमली में बारिश के कारण सात घरों में मलबा घुस गया है। लोगों को देर रात अपनी जान बचाने के लिए घरों से बाहर भागना पड़ा।
चमोली के सिमली में बारिश से भारी नुकसान
चमोली के सिमली में बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है। बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। कई घरों में मलबा घुस गया तो कई घर मलबे में दब गए। देर रात लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों से बाहर भागे। मलबे में कई वाहन दबे होने की सूचना है।
रात करीब ढाई बदे उफनाए गधेरों से आस-पास के लोगों में अफरा-तफरी
मिली जानकारी के मुताबिक रात करीब ढाई बजे लगातार हो रही बारिश के कारण गधेरे उफान पर आ गए। जिस कारण इसके आस-पास रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया। जब तक लोग संभल पाते तो सात से भी ज्यादा मकान इसकी चपेट में आ गए। लोग जान बचाने के लिए घरों से बाहर भागे।
दरवाजा तोड़ कर एक को निकाला बाहर
जैसे ही मलबा लोगों के घरों में घुस रहा था लोग अपनी जान बचाने के लिए बाहर भागे। लेकिन नरेंद्र सिंह बिष्ट के मकान में किराए पर रह रहा कैलाश चमोली बाहर नहीं निकल पाए। उनके बच्चे और पत्नी तो बाहर आ गए थे लेकिन वो मकान के अंदर ही फंस गए। आनन-फानन में लोगों ने मकान का दरवाजा तोड़ा और उन्हें बाहर निकाला।