भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेग लैनिंग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 20 ओवर में चार विकेट खोकर 172 रन बनाएं। दूसरी पारी में भारत केवल 167 रन ही बना पाया। जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया ने यह मुकाबला पांच रनों से जीत लिया।
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बता दे पिछले सात वर्ल्ड कप मैचों में ऑस्ट्रेलिया छह बार विश्व कप के फिनाले में पंहुचा और कल का मुकाबला जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने सातवीं बार विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया। जानते है किन कारणों से भारत की टीम विश्व कप की रेस से सीधे बाहर हो गई।
दोनों ही ओपनर्स ने किया निराश
172 रनो का लक्ष्य हासिल करने के लिए ओपनर्स का चलना बहुत ही जरुरी होता है। ऐसे में भारत के दोनों ही ओपनर्स कम रन बनाकर आउट हो गए। उप कप्तान स्मृति मंधाना जो की पहले से ही ऊँगली में चोट के कारण अनफिट थी, दो रन बनाकर आउट हो गई, वहीं शेफाली वर्मा सिर्फ नौ रन ही भारत की झोली में ला पाई। वही बात करे यास्तिका भाटिया की तो यास्तिका भी चार रन बनाकर पवेलियन वापस लौट गई। छह ओवर के बाद भारत का स्कोर 59-3 था।
हरमनप्रीत कौर और जेमिमा ने खेली शानदार पारी
दोनों ओपनर्स के आउट होने के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर आई और टीम के लिए रन बटोरने शुरू कर दिए। दूसरे छोर से जेमिमा ने भी ताबड़ तोड़ पारी खेली। दोनों ही प्लेयर्स के बीच शानदार पार्टनरशिप चल रही थी। इसी बीच जेमिमा 20 बॉलों में 43 रन बनाकर कैच आउट हो गई।
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हरमनप्रीत हुई रन आउट का शिकार
हरमनप्रीत का प्रदर्शन काफी शानदार चल रहा था। उन्होंने अपनी टीम के लिए अर्धशतक जड़ 15 वे ओवर में रन आउट हो गई। बता दे हरमनप्रीत रन लेने की कोशिश के चलते बल्ला क्रीज़ से पहले ही अटक गया। जिस वजह से हरमनप्रीत रन आउट का शिकार हो गई। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 34 गेंदों में 52 रनों की ताबड़ तोड़ पारी खेली पर टीम को जीत की तरफ नहीं ले जा सकी।
हरमनप्रीत के आउट होने के बाद टीम इंडिया की जीत की उम्मीदें खत्म सी हो गई थी। वही बात करे ऋचा घोष की तो ऋचा से भी काफी उम्मीदें थी की वो मैच विनिंग पारी खेलेंगी कुछ समय बाद ऋचा भी 14 रन भारत की झोली में लाकर आउट हो गई। जिसके चलते अंतिम ओवर में कोई भी मैच को फिनिश करने वाला प्लेयर नहीं बचा। आखिरी के दो ओवर में भारत को जित के लिए 20 रन बनाने थे।
रेणुका ने दिए 41 रन
गेंदबाजी में रेणुका से काफी उम्मीदें थी। ग्रुप मैचों में उन्होंने शानदार गेंदबाजी की थी पर सेमी फाइनल मुकाबले में एक भी विकेट नहीं ले पाई और चार ओवर में 41 रन लुटा दिए। वहीं पूजा वस्त्राकर के चोटिल होने के कारण टीम में आई स्नेहा राणा ने भी चार ओवर में 33 रन ऑस्ट्रेलिया की झोली में डाल दिए।
ख़राब फील्डिंग ने डुबोई भारत की लुटिया
भारतीय टीम ने इस मैच में बेहद ही खराब फील्डिंग की बता दे नौवें ओवर में मेग लैनिंग का आसान कैच छूटा तब वह एक रन पर खेल रही थीं। इसके बाद उनको स्टंप आउट करने का मौका विकेटकीपर ऋचा घोष ने गंवाया। इस समय वह नौ रन पर बल्लेबाजी कर रही थीं। मैच के अंत में लैनिंग ने नाबाद 49 रन बना दिए और ऑस्ट्रेलिया को अच्छे स्कोर तक पहुंचा दिया। 32 रन के स्कोर बेथ मूनी को भी जीवनदान मिला और उन्होंने 54 रन की शानदार पारी खेली। फील्डिंग के दौरान भारत की टीम ने 10 से 12 रन गंवाए और यही रन हार-जीत का अंतर साबित हुआ।