सोशल मीडिया पर पीएम नरेंद्र मोदी की फेक फोटो शेयर कर आलोचनाओं का शिकार हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट से पीएम मोदी की फोटो डिलीट कर दी है।
हरीश रावत ने पीएम नरेंद्र मोदी की एक फेक फोटो अपने सोशल मीडिया हैंड्ल्स से पोस्ट की थी। इस पोस्ट में कई फोटोज थीं जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर भी शामिल थी। इस तस्वीर में पीएम नरेंद्र मोदी मुस्लिम समुदाय के जरिए पहने जाने वाली स्कल कैप पहने हुए नजर आ रहे थे।
सोशल मीडिया यूजर्स ने इस फोटो को फेक बताया। दरअसल हरीश रावत ने पीएम मोदी की जो फोटो शेयर की थी वो 2018 में इंदौर के सैफी मस्जिद के दौरे की थी। पीएम नरेंद्र मोदी बोहरा समुदाय के लोगों से मिलने पहुंचे थे। पीएम के इसी दौरे की एक फोटो को फोटो शॉप कर उन्हे स्कल कैप पहना हुआ दिखाया गया। हरीश रावत के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स से इसी फोटो को ट्वीट कर पीएम मोदी को मौलाना बताया गया।
इसके बाद हरीश रावत सोशल मीडिया के यूजर्स के निशाने पर आ गए। कई लोगों ने हरीश रावत को इस फोटो की सच्चाई बताई। यूजर्स ने फेक फोटो शेयर करने पर हरीश रावत को ट्रोल करना शुरु कर दिया।
वहीं इस संबंध में www.khabaruttarakhand.com की तफ्तीश में भी ये फोटो फेक निकली। www.khabaruttarakhand.com पर खबर प्रकाशित होने के बाद आखिरकार हरीश रावत ने अब ये फोटो अपनी पोस्ट से डिलीट कर दी है।
हालांकि इस बीच उनकी पोस्ट का स्क्रीन शॉट ले लिया गया था।
वहीं इस पोस्ट पर बीजेपी के नेताओं ने गहरी नाराजगी जताई है। बीजेपी अब इस मसले पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी में है। राष्ट्रीय मीडिया सेल के सदस्य सतीश लखेड़ा ने कहा है कि हरीश रावत ऐसी राजनीति को सत्ता पाने की संजीवनी मानते हैं।
वहीं भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी ने कहा है कि इस मसले पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हरीश रावत के खिलाफ बीजेपी अब आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी में है।