देहरादून : धारचूला से हरीश धामी ने जीत हासिल की है।वो हरीश रावत को अपना गुरु मानते हैं। हरीश रावत और हरीश धामी गुरु शिष्य कहलाते हैं. वहीं अब हरीश धामी ने खुद के नेता प्रतिपक्ष बनाने की दावेदारी की है। साथ ही वो जमकर बरस भी हैं। हरीश धामी ने गणेश गोदियाल को जमकर समर्थन दिया और कहा कि प्रदेश अध्यक्ष बनाकर गोदियाल की राजनीतिक रूप से हत्या की गई। वह अध्यक्ष नहीं बनते तो विधायक निर्वाचित होते। हरीश धामी ने गणेश गोदियाल को फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनाने की पैरवी की है।
आपको बता दें कि बीते दिन प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से रुबरु होते हुए हरीश धामी ने प्रदेश अध्यक्ष पद से गणेश गोदियाल के इस्तीफे पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि गणेश गोदियाल ने उत्साह के साथ कार्य किया है। ऐसा प्रदेश अध्यक्ष पार्टी को नहीं मिलेगा। गोदियाल के साथ प्रदेश में चार कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति पर उन्होंने सवाल उठाए और कहा कि 4 कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर गोदियाल को सही तरीके से काम नहीं करने दिया गया। ये पता ही नहीं चलता था कि असल में अध्यक्ष कौन है।
हरीश धामी ने कहा कि गणेश गोदियाल के साथ पार्टी के सभी पदाधिकारियों से इस्तीफा लेना चाहिए था। हरीश धामी ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को प्रदेश का बड़ा नेता बताते हुए कहा कि उनके बगैर कांग्रेस की कल्पना नहीं की जा सकती। लालकुआं सीट से हरीश रावत को चुनाव लड़ाकर कांग्रेस ने उन्हें बालिका वधू बना दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि हरीश रावत को राजनीतिक रूप से मिटाने की जितनी कोशिश हुई, उतनी तेजी से वह निखरते गए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता यानी नेता प्रतिपक्ष के लिए उन्होंने पार्टी फोरम पर दावेदारी पेश कर दी है।