हरिद्वार में इसबार महाकुंभ 12 की जगह 11वें साल में आयोजित हो रहा है। कुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के साथ ही सकुशल संपन्न कराने के लिए तैयारी की जा रही हैं,आई जी कुम्भ संजय गुंज्याल ने बताया की कोरोना वायरस संक्रमण के बीच कुंभ किसी चुनौती से कम नहीं है। मेले को 6 जोन 34 सेक्टर में बाटा गया है। ऐसे में राज्य सरकार पूरी तरह से सतर्क है। शाही स्नान से होने वाले स्नानों के लिए में भी पूरी एहतियात बरती जा रही है। 11 फरवरी को मौनी अमावस्या और 16 फरवरी को वसंत पंचमी स्नान है, जो केंद्र की एसओपी के अनुसार ही होंगे। स्नान के लिए बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को आरटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। रिपोर्ट 72 घंटे की अवधि की होनी चाहिए, निगेटिव रिपोर्ट न लाने पर श्रद्धालुओं को सीमा पर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा, हालांकि स्थानीय लोग निगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता से मुक्त होंगे। कोविड पोर्टल बनाया गया है उस पर रजिस्ट्रेशन करा सकते है।
हरिद्वार कुंभ मेला का नोटिफिकेशन जारी न होने पर जिला प्रशासन मेला अधिष्ठान के सहयोग से स्नान संपन्न कराएगा। इसके साथ ही कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा है की कुम्भ की तर्ज़ पर ये स्नान होने वाला है और इस स्नान में यातायात को लेकर कोई समस्या नहीं होगी फ्लाईओवर लगभग चालू हो चुके हैं। इससे लोकल पुब्लिक को भी राहत मिलेगी |