देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए मतदान खत्म हो गया है। लेकिन हरीश रावत अभी भी मैदान में डटे हुए हैं। हरीश रावत लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश में लगे हैं. बीते दिन पहले तो हरीश रावत लालकुआं कोतवाली पहुंचे और पोस्टल बैलेट के जरिए कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की। इसके साथ ही वो क्षेत्र की जनता से भी मिले। हरीश रावत ने चुनाव के बाद भी मोर्चा संभाला हुआ और वो घोषणाएं पर घोषणाएं कर रहे हैं। बता दें कि चुनाव के बाद हरीश रावत ने तीन प्रमुख घोषणाएं की है।
हरीश रावत की घोषणाएं
1. मांगलिक गीत गाने वाली महिलाओं को 1800 रुपए पेंशन देगी।
2. घसियारी सम्मान पेंशन के रूप में देंगे पांच सौ रुपये
3. पुलिस कर्मियों से किए सभी वादें प्राथमिकता के आधार पर होंगे पूरे
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने फेसबुक पर पोस्ट शेयर करते हुए घोषणा की कि मंगलगीत गाने वाले महिलाओं के लिए कांग्रेस की सरकार बनने पर 1800 रुपये की पेंशन दी जाएगी। हरीश रावत का कहना है कि वह उत्तराखंड और उन लोगों के लिए कुछ करना चाहते हैं, जिन उनके जीवन या राज्य के जीवन में महत्व रहा है। ऐसे ही लोगों में से एक हमारे गांवों में मंगलगीत गाने वाली महिलाएं भी हैं, जिनमें अधिकांश बुजुर्ग हैं। यह परंपरा कहीं टूट न जाए।पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि इसलिए वह चाहते हैं कि इनको भी सम्मान मिले। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर वह तुरंत शगुन पेंशन शुरु करेंगे। शगुन अक्षर मांगलिक गीत गाने वाली महिलाओं को बुजुर्ग आदि के बराबर ही 1800 रुपये पेंशन के रूप में दी जाएगी।
घसियारी महिलाओं की फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए हरीश रावत ने घसियारी सम्मान पेंशन योजना शुरू करने की घोषणा की है। हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर इस घोषणा के तहत घसियारी महिलाओं को 500 रुपये की सम्मान राशि प्रतिमाह पेंशन के रूप में दी जाएगी। हरीश रावत ने लिखा कि चुनाव के अगले दिन जब सुबह उनकी नींद खुली तो इस फोटो को देखकर उन्हें अपनी मां याद आ गई। मां का ख्याल आते ही जैसे वह कह रही हों कि गरीबों के लिए कुछ करो। इस पर उन्होंने निर्णय लिया है कि सत्ता में आने पर वह घसियारी मां-बहनों के लिए सम्मान पेंशन योजना शुरू करेंगे।
3. पुलिस कर्मियों से किए सभी वादें प्राथमिकता के आधार पर होंगे पूरे