देहरादून : बंशीधर भगत की नेता प्रतिपक्ष पर की गई अभद्र टिप्पणी से राजनीति मेें भूचाल सा आ गया। सोशल मीडिया पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत की जमकर किरकिरी हुई। हरीश रावत ने भी बंशीधर भगत समेत भाजपा को घेरा। बंशीधर के इस बयान पर इंदिरा हृदयेश ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और इसे महिला का नारीशक्ति और पहाड़ की महिलाओं का अपमान बताया। साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस मामले का पीएम मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को संज्ञान लेना चाहिए और बंशीधरभगत को माफी मांगने को कहना चाहिए। लेकिन बंशीधर भगत ने तो नहीं लेकिन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इंदिरा हृदयेश से माफी मांगी।
वहीं हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि सार्वजनिक जीवन में शब्दों की गरिमा का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है, यदि शब्द किसी महिला को संबोधित कर या महिला को इंगित कर कहे जा रहे हों, उसमें किसी भी प्रकार की चूक माफी के लायक नहीं होती है और फिर यदि जानबूझकर के आप कुछ अभद्र बात, अभद्र तरीके से कर रहे हों तो फिर ऐसे व्यक्तियों के विषय में सोचना पड़ता है कि ये लोग सार्वजनिक जीवन के लायक हैं या नहीं! श्री बंशीधर भगत जी ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये श्रीमती इंदिरा हृदयेश जी के विषय में जिस अमर्यादित ढंग से टिप्पणी की है, मैं उसकी निंदा करता हूं और भाजपा की संस्कृति का यह निम्नतम स्वरूप है, शायद भाजपा भी अपने अध्यक्ष की इस टिप्पणी पर शर्मिंदा होगी।