देहरादून : हरीश रावत ने उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार आने का दावा किया है तो वहीं भाजपा इस बार 60 के पार का दावा कर रही है। इसका फैसला 14 फरवरी को मतदान पेटी में जनता पैक करेंगी और इसकी घोषणा 10 मार्च को हो जाएगी की जनता की चाहत कौन है। राज्य में आचार संहिता लग चुकी है लेकिन इस बीच सोशल मीडिया के जरिए पार्टियों का एक दूसरे पर आऱोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। पूर्व सीएम हरीश रावत ने भाजपा पर तगड़ा हमला किया है वो भी एक टैग लाइन के साथ.
हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए भाजपा पर हमला करते हुए लिखा कि तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा, एयर कनेक्टिविटी…हरीश रावत ने लिखा कि हमने यूं ही यह नारा नहीं दिया है। हमने एयर कनेक्टिविटी को सुधारने के लिए जगह-जगह हेलीपैड्स, हेली ड्रम और हवाई पट्टियां विकसित की हैं। चिन्यालीसौड़ और पिथौरागढ़ की हवाई पट्टीयों को विस्तृत और उनमें सुधार किया गया है और एक एकीकृत हवाई सेवा राज्य की बनाने की दिशा में कदम उठाया, टेंडर आमंत्रित किये मकसद था कि जिसको केदारनाथ दिया जाएगा वो राज्य के दूसरे हिस्सों में हेली सर्विसेज और फिक्स्ड विंग को सब्सिडाइज दर पर देगा, वो कमायेगा केदारनाथ-बद्रीनाथ की यात्रा से और उसका लाभ सब्सिडाइज करेगा जो हमारे दूसरे डेस्टिनेशन हैं हेली सर्विसेज के वहां से ताकि यात्री किराया दर कम हो सके और किराया दर कम हो गई तो लोग ज्यादा से ज्यादा हवाई सेवाओं का उपयोग करेंगे, हेली सेवा या जहाज की सेवा हो, दोनों का उपयोग करेंगे।
आगे हरीश रावत ने लिखा कि हमने इस योजना की शुरुआत भी की और शुरुआत में हमने राज्य सरकार का जहाज उस कंपनी को किराये पर दिया और उससे उन्होंने मरीजों व वृद्धजनों को सब्सिडाइज रेट पर लाना शुरू किया। लेकिन तब तक चुनाव हुये और चुनाव में सरकार बदल गई। इन्होंने हेली सर्विसेज के लोग जो विरोध कर रहे थे कि केदारनाथ और बद्रीनाथ सेक्टर में ऑपरेट करने वाले, उनके दबाव में आकर उनको खुश करने के लिए इस एकीकृत हवाई सेवा का टेंडर कांटेक्ट रद्द कर दिया और बड़ी-बड़ी बातें कही। लेकिन कोशिश की, मगर ये हवाई सेवा शुरू नहीं कर पाये। इसीलिये हम कहते हैं,
“तीन तिगाड़ा-काम बिगाड़ा, अब उत्तराखंड में नहीं आएगी, भाजपा दोबारा” और आज भी पिथौरागढ़ चिन्यालीसौड़ और गोचर की हवाई पट्टीयां सूनी पड़ी हुई हैं, हेलीपैड्स भी सूने पड़े हुए हैं, उनका उपयोग यह सरकार नहीं कर पा रही है और जनता को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।