देहरादून : 17 अगस्त को आप संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल देहरादून पहुंचे और 2022 के चुनाव के लिए रि. कर्नल कोठियाल को सीएम उम्मीदवार घोषित करके गए। वहीं कई वादे वो उत्तराखंड की जनता से करके गए। वहीं इसके बाद भाजपा के कई मंत्री-विधायकों ने अरविंद केजरीवाल के उत्तराखंड दौरे और सीएम चेहरा घोषित करने पर हमला किया। वहीं इस में हरदा भी कहां पीछे रहने वाले थे। हरीश रावत ने भी अरविंद केजरीवाल पर जुबानी हमला करते हुए कई सवाल दागे।
हरीश रावत की पोस्ट
हरीश रावत ने फेसबुक पोस्ट के जरिए आप संयोजक अरविंद केजरीवाल पर हमला किया और उन्हें मेहमान नेता बताते हुए कहा कि दिल्सी से आये एक मेहमान नेता ने दावा किया कि उनके उत्तराखंडी सहयोगी ने 10,000 से ज्यादा लड़कों को आर्मी ट्रेनिंग दी है और उन्हें भर्ती किया है। जरा पिछले 5 साल में आर्मी में भर्ती के आंकड़े देख लीजिये तो नेताजी के दावे की हकीकत सामने आ जायेगी। जहां लड़के-लड़कियों को प्रशिक्षण देने का सवाल है।
हरीश रावत ने कहा कि हमारी सरकार ने 2016 में आर्मी के सेवानिवृत्त जेसीओज को कॉलेजों में जाकर ये प्रशिक्षण देने की योजना प्रारंभ की थी, जिसे वर्तमान सरकार ने बंद कर दिया। फिर मेरे बेटे आनंद रावत भी लड़के-लड़कियों को इस प्रकार का प्रशिक्षण देते रहते हैं, जिसकी कुछ फोटोज मैं प्रस्तुत कर रहा हूंँ, मगर आनंद तो विधायक के भी उम्मीदवार नहीं हैं। नेताजी से कोई सवाल यह तो करें कि दिल्ली में पिछले साढे़ 7 साल में उनकी सरकार ने कितनी नौकरियां दी हैं? और दिल्ली में 3 वर्ष तो पूरी तरीके से नौकरी विहीन रहे मतलब सरकारी नौकरियों में कहीं भी भर्ती नहीं हुई और अब भी एक संख्या ऐसी है जिनको मानदेय देकर के नौकरी की केवल पूर्ति की जा रही है तो कथनी और करनी का अंतर समझने के लिए ये काफी है।