रामनगर : उत्तराखंड में नदी में डूबने से मौत का सिलसिला जारी है। ताजा मामला रामनगर के पीरूमदारा गांव का है जहां दो छात्र ओखलढूंगा गांव में कोसी नदी में बह गए। पुलिस औऱ गांव वालों की कड़ी मशक्कत के बाद उनके शव बरामद हुए। दोनों युवकों के शव 3 किलोमीटर दूर अल्मोड़ा जिले से बरामद हुए। जन्मदिन की खुशियां मातम में बदल गई।
बता दें कि गुरुवार को महेंद्र का जन्मदिन था वो दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाने बाइक पर निकला। घरवालों ने ज्यादा दूर ना जाने और जल्दी घर आने को कहा।जन्मदिन की खुशी ती। घरवालों के पूछने पर लड़कों ने रामनगर कोसी बैराज तक ही जाने की बात कही थी। रामनगर पहुंचने पर उन्होंने कोसी बैराज में एक दुकान से कोल्ड ड्रिंक और चिप्स खरीदे। लेकिन इस बीच अचानक उनका इरादा बदल गया और वह सीधे ओखलढूंगा घूमने निकल गए। ओखलढूंगा में कोसी नदी को देखकर नहाने का मोह वह नहीं छोड़ पाए। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। नदी में उतरते ही महेंद्र व सुमित पानी के तेज बहाव में खुद को संभाल नहीं पाए, और बहाव के साथ बहते चले गए। मदद की गुहार भी कुछ काम नहीं आई। मौके पर मौजूद बाकी दोस्तों को काफी देर तक कुछ समझ नहीं आया। महेंद्र का यह जन्मदिन दोस्तों को ताउम्र न भूलने वाला गम दे गया।
ओखलढूंगा के सामाजिक कार्यकर्ता रंजीत चौरसिया ने बताया कि बाइक से जाते समय युवकों को गांव में कुछ लोगों ने देखा। उनसे बहाव च्यादा होने की वजह से कोसी नदी की ओर नहीं जाने को कहा। लेकिन युवक ग्रामीणों की बातों को अनदेखा करके नदी की ओर निकल गए। उसमें से दो युवक हादसे का शिकार हो गए। ग्रामीणों के मुताबिक परिवार के लोगों ने बताया कि उनके बच्चे कोसी बैराज गए हुए हैं। लेकिन जब उन्हें वास्तविकता पता लगी तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई।