देश में आज नरक चतुर्दशी के साथ ही हनुमान जन्मोत्सव भी मनाया जाता है। साल मे दो बार मनाया जाने वाला हनुमान जन्मोत्सव पहला हिन्दू पंचाग के अनुसार चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा तिथि पर और दूसरी कार्तिक कृष्ण की चतुर्दशी के दिन होता है। ऐसे में इस बार कार्तिक कृष्ण की चतुर्दशी आज मनाई जा रहा है। इस दिन हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना होती है। हनुमान जी की पूजा करने से जीवन में संकटों का सामना नहीं करना पड़ता।
इस साल नरक चतुर्दशी पर हनुमान पूजा 11 नवंबर को रात में होगी। इस दिन हनुमान पूजा का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 45 मिनट से देर रात 12 बजकर 39 मिनट तक है।
हनुमान जी की पूजा करने की विधि
इस दिन सुबह स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनने चाहिए।
रात में शुभ मुहूर्त के दौरान बजरंगबली की मूर्ति या प्रतिमा को लकड़ी की चौकी पर स्थापित करें, जिसपर पहले से ही पीले रंग का वस्त्र बिछा हुआ हो।
बजरंगबली के सामने घी का दिया जलाएं।
जल छिड़कर कच्चा दूध, घी, दही और शहद मिलाकर बजरंगबली का अभिषेक करें।
लाल या पीले रंग का करड़ा, कलावा, फूल, धूप, अगरबत्ती और दीया आधि हनुमान जी को अर्पित करें।
हनुमान जी की पूजा करने से लाभ
कहा जाता है कि हनुमान जी की पूजा करने से संकटों से मुक्ति और सुख शांति की प्राप्ति होती है। जिन लोगों की कुंडली में शनि जैसे ग्रह अशुभ प्रभाव डालते हैं, उन्हें हनुमान जी की पूजा जरूर करनी चाहिए। इनकी पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा, भूत-प्रेत बाधाष मरण आदि से मुक्ति मिल जाती है।