हल्द्वानी : लगातार हो रही बारिश और मौसम बदलाव के बीच डेंगू के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में बुखार से पीड़ित मरीजों पर कड़ी नजर रखी जा रही है, और सेंपलिंग करने के बाद ही अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है, क्योंकि कोरोना का खतरा बरकरार है और अस्पताल प्रबंधन कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहता है.
हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य अरुण जोशी के मुताबिक डेंगू के लिहाज से नोडल अधिकारी को भी नियुक्त कर दिया गया है. अभी तक बुखार से पीड़ित मरीजों की पुष्टि हुई है उनमें से किसी में भी डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है, यदि भविष्य में कोई डेंगू का संदिग्ध मामला आता है तो उसको अलग वार्ड में भर्ती कराया जाएगा।
हल्द्वानी नगर निगम के मेयर के मुताबिक हल्द्वानी के प्रत्येक वार्ड में दो से तीन चरणों की फागिंग का काम पूरा कर लिया गया है, इसके अलावा लार्वा स्प्रे का छिड़काव भी कराया जा रहा है जिससे डेंगू के लार्वा पैदा ना हो सकें, इसके अलावा जल्दी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की एक बैठक की जाएगी जिसमें डेंगू और मलेरिया से निपटने के पुख्ता इंतजामों की समीक्षा भी की जाएगी।