राजधानी भोपाल में एक व्यकित कोअपनी छोटी सी गल्ती के काऱण भारी नुकसान हुआ। पेशाब लगने पर युवक वंदे भारत ट्रेन में चढ़ा लेकिन तुंरत ट्रेन चलने लगी और युवक वहीं फंस गया। इसके साथ ही बिना टिकट यात्रा करने के कारण उसे 1,000 का जुर्माना भरना पड़ा और उसे सिंगरौली जाना था लेकिन वो भोपाल से उज्जैन पहुंच गया। इसी बीच उसका परिवार घंटो तक स्टेशन में ही खड़ा रहा।
जानकारी के मुताबिक सिंगरौली के रहने वाले 32 साल के अब्दुल कादिर की हैदराबाद के बेगम बाजार में जाफरान हाउस के नाम से ड्राई फ्रूट की दुकान है। वहीं उसकी दूसरी दुकान सिंगरौली में है। 14 जुलाई को कादर अपनी पत्नी और आठ साल के बेटे के साथ दक्षिण एक्सप्रेस ट्रेन से हैदराबाद से सिंगरौली के लिए रवाना हुए थे। जिसके बाद 15 जुलाई की शाम 5.20 पर वह भोपाल पहुंचे। उनकी रात 8.55 पर सिंगरौली के लिए ट्रेन थी। ऐसे में प्लेटफॉर्म में अब्दुल को पेशाब लगी तो वो दूसरे प्लेटफॉर्म में खड़ी वंदे भारत ट्रेन में पेशाब करने के लिए 7.24 पर चढ़ गया और ठीक एक मिंट बाद ट्रेन चलनी शुरू हो गई जिस कारण अब्दुल वही फंस गया।
कादिर को हुआ 6000 रूपये का नुकसान
कादिर ने ट्रेन के चलते ही अलग-अलग बोगियों में मौजूद तीन टीटी दो महिलाएं और 2 पुलिसकर्मियों से मदद मांगी और ट्रेन रूकवाने के लिए कहा लेकिन लोगों ने बताया कि ट्रेन के गेट केवल ड्राइवर ही खोल सकता है लेकिन जब वह ड्राइवर के पास जाने लगा तो उसे रोक लिया गया और टीटी ने उसका 1020 रूप. का फाइन के साथ टिकट बनाया। जिसके बाद वह उसी ट्रेन में मजबूरी में सफर कर उज्जैन पहुंचा और वहां से उसने 750 रूपये का किराया लगाकर वापस भोपाल आने के लिए बस का टिकट खरीदा।
बीमार बेटे के साथ इंतजार करती रही पत्नी
वहीं कादिर की पत्नी अपने पति के इतंजार में बीमार बेटे के साथ स्टेशन में ही इतंजार करती रही। बेटे को बुखार आ गया था जिस कारण दंपति को और परेशानी हुई। वही कादिर के साथ में न होने के कारण उसकी पत्नी ने सिंगरौली वाली ट्रेन भी छोड़ दी थी जिस कारण कादिर को ट्रेन में कराए गए टिकट के चार हजार रूपये भी गंवाने पड़े और ट्रेन का फाउन टिकट 1020 सहित बस और गंवाए गए टिकट के पैसे के काऱण कादिर को पूरे 6000 रुपये का नुकसान झेलना पड़ा।
वंदे भारत के दरवाजे ऑटोमैटिक होते हैं बंद
बता दें कि वंदे भारत ट्रेन के दरवाजे ट्रेन के चलते ही अपने आप ऑटोमैटिक ही बंद हो जाते हैं। ट्रेन चलने से पहले अनाउंसमेंट किया जाता है कि दरवाजा लॉक हो रहा है, गेट किस तरफ खुलेगा। यात्रियों की सुरक्षा के लिए यह सिस्टम बनाया गया है ताकि ट्रेन में चढ़ने को दौरान कोई हादसे का शिकार न हो