देहरादून : साल 2017 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए यशपाल और उनके बेटे संजीव दोनों ने घर वापसी कर ली। पिता बेटे की कांग्रेस में वापसी से भाजपा को बड़ा झटका लगा था। आपको याद दिला दें कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद यशपाल को तोहफा देते हुए उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया था. यशपाल आर्य बाजपुर और उनके बेटे संजीव आर्य नैनीताल सीट से विधायक थे लेकिन उन्होंने अब इस्तीफा दे दिया है। यशपाल आर्य 6 बार विधायक रह चुके हैं.
वहीं अब कांग्रेस यशपाल आर्य के भव्य स्वागत की तैयारी में है। जी हां बता दें कि 1 नवंबर को कांग्रेस मुख्यालय में यशपाल आर्या का भव्य स्वागत किया जाएगा। यशपाल आर्य के घर वापसी पर कांग्रेसियों में खुशी का माहौल है। वहीं यशपाल आर्य के कांग्रेस में शामिल होने से कांग्रेस को कहीं न कहीं मजबूती मिली है।
आपको बता दें कि यशपाल आर्य पहली बार 1989 में खटीमा सितारगंज सीट से विधायक बने। वह पहले भी काफी समय तक कांग्रेस पार्टी में भी रहे हैं. यशपाल पूर्व में उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे हैं. वह पहले भी काफी समय तक कांग्रेस पार्टी में भी रहे हैं। लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले पिता बेटे का मन बदला और दोनों ने कांग्रेस में घर वापसी की।