जम्मू कश्मीर में भारत सरकार ने बड़ा प्रशासनिक एक्शन लिया है। सरकार ने दो बड़ें अधिकारियों को पद से हटा दिया है। सरकार ने ये फैसला जम्मू-कश्मीर में आंतकियों के घुसपैठ को नाकाम कर पाने के लिए लिया है। पद से हटाए गए अधिकारियों में बीएसएफ के डीजी नितिन अग्रवाल और स्पेशली डीजी वाई बी खुरानिया हैं। वहीं नितिन अग्रवाल 2 साल बाद ही अपने पद से रिटायर होने वाले थे।
कौन है नितिन अग्रवाल?
बता दें कि नितिन अग्रवाल ने पिछले ही साल जून में ही बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स प्रमुख का पद संभाला था और दो साल बाद यानी 2006 में अपने पद से रिटायर होने वाले थे। अग्रवाल 1989 बैच के केरल कैडर के आपीएस अधिकारी हैं। इस पद पर आने से पहले उन्होनें सेंट्रल गवर्नमेंट एजेंसी में कई महत्तवपूर्ण पद संभाले हैं। नितिन अग्रवाल को केंद्र की तरफ से कई सारे अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। जिसमें सराहनीय सेवा के लिए साल 2007 में भारतीय पुलिस पदक और विशिष्ट सेवा के लिए 2015 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। अग्रवाल 31वें बीएसएफ प्रमुख थे। उनका जन्म 27 जुलाई 1996 को हुआ।
क्यों हटाया गया पद से?
जम्मू कश्मीर में पिछले एक साल से लगातार आंतकियों की घुसपैठ हो रही, उसको रोकने में नाकाम होने की वजह से दोनों अधिकारियों को पद से हटाया गया है।