नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली में हिंसा के बाद जांच एजेंसियों ने अपनी जांच तेज कर दी है. मामले में सबसे पहला नाम पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू का सामने आया है. इस पर आरोप है कि इसी ने किसानों की भीड़ को लाल किला की तरफ मोड़ा, जिसके बाद हिंसा फैल गई. सिद्धू के बाद एक और नाम सामने आ रहा है, लाखा सिधाना. यह एक गैंगस्टर है.
कहा जा रहा है कि दीप सिद्धू और लाखा सिधाना ने ही किसानों को लाल किला पर जाने के लिए भड़काया. लाल किले पर पहुंचने के बाद दीप सिद्धू ने ही प्रचीर पर निशान साहिब फहराने के लिए भी कहा. इस बात को सिद्धू ने एक फेसबुक वीडयो में कुबूल भी किया है.
पंजाब के भटिंडा का रहने वाला लाखा सिधाना अपराध की दुनिया का बड़ा नाम है. उस पर कई केस चल रहे हैं और पहले भी कई मामलों में गिरफ्तार भी हो चुका है. लाखा सिधाना का असली नाम लखबीर सिंह सिधाना है. अपराध दुनिया में कदम रखने के बाद उसने अपने नाम और शौक दोनों को छोड़ दिया. लाखा सिधाना अभी युवाओं को सरकार और सिस्टम के खिलाफ भड़काने का काम करता है.
लाल किले पर पहुंचे किसानों ने बताया कि दीप सिद्धू और लाखा सिधाना नाम के दो नेताओं ने युवाओं को लेकर लाल किला जाने के लिए कहा. सीनियर किसान इस बात को लेकर राजी नही थे. लेकिन जो युवा प्रदर्शनकारी उनकी बातों में आ गए और अपने तय समय से पहले ही साढ़े आठ बजे सिंघु बाॅर्डर से लाल किले के लिए कूच कर गए. उसके बाद अन्य किसान संगठनों के प्रदर्शनकारी भी लाल किले पहुंच गए.
गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा के बाद राजधानी दिल्ली छावनी में तब्दील हो गई है. दिल्ली में पुलिस बल के साथ सीआरपीएफ की 15 कंपनियां तैनात की गई हैं. हालांकि कल देर रात आंदोलनकारियों से लाला किला खाली करवा लिया गया है. कर हुई हिंसा में करीब 86 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. वहीं, इस दौरान एक प्रदर्शनकारी किसान की मौत भी हो गई.
ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने माफी मांगी है और परेड को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है. फिलहाल प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे हुए हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की कि आंदोलन शांतिपूर्वक जारी रहेगा और आगे के कदमों पर चर्चा के बाद जल्द ही निर्णय लिया जाएगा. हिंसा के बाद स्थिति अब नियंत्रण में है.