शान्तिपुरी। हल्द्वानी मुख्य मार्ग पर स्थित नगला-पन्तनगर विश्वविद्यालय की जमीन पर अतिक्रमण मामले पर पूर्व दर्जा राज्यमंत्री डाॅ0 गणेश उपाध्याय ने अपने आवास शान्तिपुरी में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि अतिक्रमण मामले में विधायक राजेश शुक्ला राजनीतिक रोटियाॅं सेक रहे हैं।
माननीय उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड द्वारा अतिक्रमण मामले पर जिला प्रशासन को रिपोर्ट पेश करने के लिये एक माह का समय दिया गया था। उस एक माह के दौरान इस मामले में उक्त जमीन पर लोगों के 1960 से बसे होने तथा उक्त सरकारी भूमि के खंती में दर्ज होने के बावजूद लोगों को उजड़ने से रोकने के लिये जिला प्रशासन से भाजपा विधायक राजेश शुक्ला ने अपनी ही भाजपा सरकार में कोई ठोस कार्यवाही नहीं करायी तथा जिला प्रशासन ने अतिक्रमण सम्बन्धी मामले में अतिक्रमण हटाने की रिपोर्ट माननीय उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड में दाखिल कर दी।
विगत 10 वर्षों से किच्छा भाजपा विधायक इस मामले से परिचित हैं जिन्होनें इन लोगों को विनियमित कराने के लिये कोई प्रयास नहीं किये। जबकि मेरे सांसद प्रतिनिधि कार्यकाल एवं डाॅ0 लता उपाध्याय के जिला पंचायत सदस्य कार्यकाल के दौरान हमने जिला प्रशासन के सहयोग से अपने जिला पंचायत क्षेत्र के ग्राम सभा तुर्कागौरी के 218 लोगों को पट्टे व आवास दिलाकर बसाने का कार्य किया। आज विधायक राजेश शुक्ला जनहित याचिका को कांग्रेस पार्टी से जोड़कर लोगों में भ्रम फैलाने का षड़यंत्र रचते हुये राजनीतिक रोटियाॅं सेकना चाहते हैं। जबकि डबल इंजन की भाजपा सरकार के विधायक राजेश शुक्ला अपनी ही सरकार में लोगों को उजड़ने से बचाने के लिये कोई ठोस कार्यवाही नहीं करा पा रहे हैं। भाजपा की त्रिवेन्द्र रावत सरकार ने शराब के ठेकों को बचाने के लिये उत्तराखण्ड के सभी राज्य मार्गों को रातों रात जिला मार्ग घोषित कर दिया। जबकि गरीबों को उजाड़ने से बचाने के लिये भाजपा विधायक राजेश शुक्ला तथा तीरथ सिंह रावत सरकार गरीबों को बेवजह परेशान होने के लिये दर-दर की ठोकरें खिलवा रहे हैं। जल्द ही इस मामले में भाजपा विधायक की कथनी और करनी का पर्दाफाश किया जायेगा। वह अतिक्रमण मामले में प्रभावित व पीड़ित पक्षों को साथ लेकर हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ने को हर तरह से तैयार हैं।