देहरादून : पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने कार्यकाल के दौरान गैरसैंण को कमिश्नरी घोषित किया था जिससे कुमाऊं में बवाल हुआ और लोग इस फैसले के विरोध में उतरे। इसके बाद त्रिवेंद्र रावत को दिल्ली बुलाया और उन्हें कुर्सी से हटाया गया। वहीं तीरथ सिंह रावत ने उनके फैसले को पलटते हुए कहा कि इस पर विचार किया जाएगा और जो जनता चाहेगी वहीं होगा और फैसला लिया जाएगा। वहीं अब इस पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत का बयान सामने आया है।
वह त्रिवेंद्र रावत की घोषणा नहीं है, बल्कि भाजपा सरकार की घोषणा-पूर्व सीएम
जी हां बता दें कि शनिवार को कैंट रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पर पूर्व सीएम ने होली मनाई। इस दौरान मीडिया कर्मियों ने त्रिवेंद्र सिंह रावत से गैरसैंण को लेकर सवाल किया तो त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि मैं समझता हूं कि गैरसैंण मंडल की घोषणा पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। वह त्रिवेंद्र रावत की घोषणा नहीं है, बल्कि वह भाजपा सरकार की घोषणा है। वह मुख्यमंत्री की घोषणा है। कहा कि यह घोषणा संबंधित लोगों से बातचीत करने के बाद की गई। त्रिवेंद्र रावत ने अपने कार्यकाल के दौरान बनाए गए पलायन आयोग के बारे में कहा।
राजनीति में अदला-बदली होती रहती है-पूर्व सीएम
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि नेतृत्व परिवर्तन के बाद से उनकी विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में निराशा है औऱ वो भावुक हैं जिसे दूर करने के लिए उन्होंने कुछ बात कही। ये बातें अलग परिवेश में कही गई थी। राजनीति में अदला-बदली होती रहती है। इसे इसी रूप में लेना चाहिए। साथ ही कहा कि उनके बारे में केंद्रीय नेतृत्व जो भी निर्णय करेगा, उसे वह स्वीकार करेंगे। उन्होंने यह बात पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम के उस बयान पर कही, जिसमें उन्होंने कहा था कि त्रिवेंद्र के बारे में केंद्रीय नेतृत्व निर्णय लेगा। उनका उपयोग केंद्र में किया जाएगा।