प्रदेश में आग का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। धूं-धूं कर उत्तराखंड के जंगल जल रहे हैं। बीते 24 घंटे में गढ़वाल से कुमाऊं तक 47 जगह जंगलों में आग की घटनाएं सामने आई। जबकि अब तक आग लगाने वाले 227 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।
24 घंटे में 47 जगह धधके जंगल
प्रदेश में जंगलों की आग लगने की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बीते 24 घंटे में 47 जगह जंगलों में आग की घटनाएं सामने आई। जिसमें से सबसे ज्यादा घटनाएं कुमाऊं मंडल से सामने आईं हैं। बात करें आग लगने के कारण नुकसान की तो सोमवार को वनाग्नि की एक घटनाओं के कारण 78 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
कुमाऊं में ज्यादा लग रही आग
बात करें बीते 24 घंटे की तो कुमाऊं में आग लगने की सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा वन प्रभाग के आरक्षित वन क्षेत्र में दो, सिविल सोयम वन प्रभाग में तीन, चंपावत वन प्रभाग में दो, पिथौरागढ़ वन प्रभाग के आरक्षित वन क्षेत्र में पांच, तराई पश्चिमी रामनगर वन प्रभाग में एक, रामनगर वन प्रभाग के आरक्षित वन क्षेत्र में एक और कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्रभाग से आग की एक घटना सामने आई है। वहीं गढ़वाल मंडल में लैंसडौन भूमि संरक्षण वन प्रभाग में एक आग लगने की घटना सामने आई।
अब तक 227 पर मुकदमा दर्ज
आपको बता दें कि जंगलों की आग को लेकर सरकार बेहद ही गंभीर है। सरकार ने जंगलों में आग लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद से अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा के मुताबिक प्रदेश में आग लगाने वाले 227 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें से 39 लोग नामजद हैं और 188 अज्ञात लोग हैं।