वन विभाग की टीम ने गंगोत्री हाईवे में चेकिंग के दौरान प्रतिबंधित काजल काठ की लकड़ी के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। घटना गुरुवार तड़के पांच बजे गंगोरी बैरियर की बताई जा रही है।
वन विभाग ने पकड़ी प्रतिबंधित काजल काठ की लकड़ी
वन विभाग की टीम ने चेकिंग के दौरान प्रतिबंधित काजल काठ की लकड़ी के दो सौ टुकड़े के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान ऋषि (28) पुत्र सुरेंद्र निवासी ऋषिकेश, सोहन (35) पुत्र प्यारेलाल निवासी ऋषिकेश और ललित सिंह (37) निवासी धारीपुर के रूप में हुई है।
आरोपियों का खंगाला जा रहा आपराधिक इतिहास
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वो लकड़ियों को सहारनपुर ले जा रहे थे। वन विभाग तस्करों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगालने में जुट गई है। जानकारी के अनुसार डीएफओ डीपी बलूनी ने बताया कि प्रतिबंधित काजल काठ की लकड़ी के टुकड़ों के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
नेपाल में होती है सबसे अधिक डिमांड
गौरतलब है कि यह लकड़ी उत्तरकाशी जनपद के कुछ स्थानों में ही पाई जाती है। बहुमूल्य होने के चलते इस लकड़ी से बर्तन आदि का उत्पादन किया जाता है। इस काजल लकड़ी की डिमांड भारत के पड़ोसी देश नेपाल में सबसे ज्यादा होती है। वहां काजल लकड़ी पहुंचने के बाद इसके ‘बाउल’ बनाए जाते है। यह बाउल फिर अन्य देशों में लाखों रुपये प्रति बाउल की ऊंची कीमत पर बिकता है।