असम में बाढ़ से हालात खराब हैं। 10 जिलों में 1 लाख लोग काफी प्रभावित हुए है। असम के सोनितपुर, चिरांग, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, लखीमपुर, गोलाघाट, माजुली, शिवसागर और उदलगुरी जिलों में बाढ़ के कारण 98,800 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
17 राहत शिविरों में 2,941 लोग
जानकारी के अनुसार गोलाघाट क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां लगभग 29,000 लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। वहीं धेमाजी और शिवसागर में भी बाढ़ से हाल बुरे हैं। दोनों जिलों में प्रशासन 17 राहत शिविरों चला रही है। इन शिविरों में 2,941 लोगों ने शरण ली है और छह जिलों में 49 राहत वितरण केंद्र भी चालू किए हैं।
3,618.35 फसल क्षेत्र क्षतिग्रस्त
वहीं 371 लोगों के गांव पानी में डूबे हुए हैं। इसके साथ ही राज्य में 3,618.35 फसल क्षेत्र क्षतिग्रस्त हुआ है। बक्सा, बोंगाईगांव, चिरांग, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, उदलगुरी और तिनसुकिया में बड़े पैमाने पर बाढ़ के कारण कटाव देखा गया है।
खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियां
असम में सोनितपुर, धुबरी, कोकराझार, मोरीगांव, बोंगाईगांव, चिरांग, गोलाघाट, लखीमपुर और माजुली जिलों में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़के, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं ब्रह्मपुत्र तेजपुर, नेमाटीघाट में खतरे के निशान से ऊपर नदी बह रही है। वहीं इसकी सहायक नदियां दिखौ शिवसागर में उफान पर थी।