यूपी के गाजियाबाद को दिल्ली से जोड़ने वाले दिल्ली मेरठ राजमार्ग पर गाजीपुर सीमा पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। शनिवार को और अधिक ग्रामीणों के पहुंचने से बढ़ गई. केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेतृत्व में हो रहे प्रदर्शन में बृहस्पतिवार को प्रदर्शनकारियों की संख्या कम हो गई थी लेकिन मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे हैं. हरियाणा और राजस्थान के जिलों के किसान भी यहां पहुंचे हैं।
किसान नेताओं ने कहा है कि, ‘आंदोलन मजबूत था और अब भी है.’ ‘’कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की मांग को लेकर हो रहे शांतपूर्ण प्रदर्शन को लगातार समर्थन मिल रहा है. ये राजनीतिक प्रदर्शन नहीं है. जो भी भाकियू और राकेश टिकैत की विचारधारा का समर्थन करता है, उसका स्वागत है लेकिन हमारी अपील है कि जो अंत तक हमारे आंदोलन को समर्थन देने को इच्छुक नहीं हैं, वे इसे बीच में छोड़ने के लिए न आएं.’
प्रदर्शन स्थल पर प्रदर्शनकारियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान नेता ने कहा कि, ”किसान आ रहे हैं और एकजुटता प्रकट कर वापस जा रहे हैं, ये स्थिर भीड़ नहीं है.”
वहीं भारतीय किसान यूनियन पदाधिकारियों का आकलन है कि शुक्रवार रात गाजीपुर प्रदर्शन स्थल पर करीब 10 हजार प्रदर्शनकारी मौजूद थे जबकि, गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक ये संख्या पांच से छह हजार के बीच थी. प्रदर्शन स्थल पर पीएसी, आरएफ, दंगा रोधी और सामान्य पुलिस की भारी तैनाती की गई है. इस बीच, दिल्ली यातायात पुलिस ने कहा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-24 पर आवाजाही रोक दी गई है. गृह मंत्रालय ने इंटरनेट सेवाओं को 31 जनवरी तक के लिए बंद करा दिया है। हरियाणा के कई जिलों में पहले ही इंटरनेट सेवा पर रोक लगी हुई है।