आज किसान दिल्ली कूच करने जा रहे हैं। पंजाब, हरियाणा और यूपी से किसान आने लगे हैं। जिसके चलते सीमाओं पर ट्रैफिक जाम लगने लगा है। वहीं पुलिस ने भी इसको लेकर सख्त तैयारी कर रखी है। गाजीपुर, सिघु, शंभू, टिकरी समेत सभी बॉर्डरों को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। रास्तों में कीलें बिछाई दी गई है। सीमेंट के बैरीकेड्स लगाए गए हैं। किसान करीब 2500 ट्रैक्टर के साथ दिल्ली जा रहे हैं। पुलिस ड्रोन के जरिए निगरानी रख रही है।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा किसानों का मामला
इस घटनाक्रम के बीच सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अदिश अग्रवाल ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को किसानों के कूच को लेकर चिट्ठी लिखी है। उन्होंने इस पत्र में दिल्ली घुसने की कोशिश करने वाले किसानों पर कार्रवाई की मांग की है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान भी लिया और सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जिस किसी को भी ट्रैफिक की मुश्किलात पेश आ रही हों, मुझे बताए।
हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट बंद
बता दें कि किसानों को दिल्ली पहुंचना शुरु हो गया है। सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर लंबा जाम लगा हुआ है। किसानों के दिल्ली चलो मार्च के ऐलान के बाद हरियाणा सरकार ने काफी एहतियात बरती है। अंबाला के पास शंभू में पंजाब के साथ लगती सीमा को सील कर दिया है। इसी के साथ 7 जिलों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है।
क्यों कर रहे FARMERS PROTEST?
केंद्र के खिलाफ दिल्ली कूच का ऐलान करने वाले किसान संगठन MSPकी गांरटी की मांग कर रहे हैं। साथ ही किसान संगठन स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू कराने पर अड़ें हैं। किसानों की पेंशन और ऋण माफी भी इस आंदोलन का बड़ा मुद्दा हैं। साथ ही किसान संगठन पिछले आंदोलन के दौरान मुकदमों को भी खत्म करने की मांग कर रहे हैं।