किसान आंदोलन का आज 12वां दिन है। किसानों ने दिल्ली कूच करने का फैसला 29 फरवरी के तक टाल दिया है। इसे लेकर किसानों में निराशा दिख रही है। सीमाओं पर भीड़ महज तीन सौ से चार सौ तक सिमट कर रह गई है। वहीं किसान नेता आज बठिंडा के युवक शुभकरण सिंह की मौत को लेकर खनौरी और शंभू बॉर्डर पर कैंडल मार्च निकालेंगे।
किसानों का आगे का प्लान
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि शंभू और खनौरी में मोर्चा का यह 12वां दिन है। किसानों ने फैसला किया है कि आज शाम को दोनों सीमाओं पर किसान कैंडल मार्च निकालेंगे। उन्होनें कहा कि इसके बाद 25 फरवरी को हम दोनों सीमाओं पर एक सम्मेलन करेंगे क्योंकि 26 फरवरी को फिर से डब्ल्यूटीओ पर चर्चा होगी।
अर्थियां निकाली और जलाई जाएगी
किसान नेता सरवन ने बताया कि उस दिन डब्ल्यूटीओ, कॉरपोरेट घरानों और सरकारों की अर्थियां निकाली और जलाई जाएगी। दोपहर में, दोनों सीमाओं पर 20 फीट से ज्यादा अधिक ऊंचे पुतले जलाएं जाएंगे। 27 फरवरी को, किसान मजदूर मोर्चा, एसकेएम देश भर के अपने सभी नेताओं की एक बैठक करेगा। आदामी 28 फरवरी को, दोनों फोरम बैठक करेंगे। 29 फरवरी को अगले कदम पर फैसला लिया जाएगा।