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राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और प्लेबैक सिंगर वाणी जयराम की मौत हो गई है। उनका शव उनके चेन्नई स्थित उनके घर में मिला। वाणी जयराम 77 साल की थीं।
जानकारी के अनुसार पुलिस को वाणी जयराम के चेन्नई स्थित हैडोस रोड, नुंगमबक्कम में उनके घर में मृत पड़े होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। उनके माथे पर चोट के निशान थे। हालांकि अभी तक मौत की वजहों का पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि वाणी जयराम पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहीं थीं।
वाणी जयराम को हाल ही में पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
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वाणी जयराम की आवाज में ‘हम को मन की शक्ति देना मन विजय करे…’ गीत बेहद पॉपुलर हुआ था। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के कई भजन भी गाए थे, जो मीरा की भक्ति पर आधारित थे। इसलिए वाणी जयराम को आधुनिक भारत की मीरा कहा जाता था।
1945 में जन्म, 2023 में निधन
वाणी जयराम जन्म 30 नवंबर 1945 में हुआ था। 1971 में उन्होंने संगीत की दुनिया में कदम रखा था और 1990 तक वे संगीतकारों की पसंदीदा गायिका रहीं। तीन बार सर्वश्रेष्ठ महिला प्लेबैक सिंगर के तौर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था। उन्हें तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, केरल, गुजरात और ओडिशा से राज्य पुरस्कार भी प्राप्त हुए थे।
पांच दशक का सफर
वाणी जयराम ने एमएस इलैयाराजा, आरडी बर्मन, केवी महादेवन, ओपी नैय्यर और मदन मोहन के साथ काम किया था। तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, हिंदी, उर्दू, मराठी, बंगाली, भोजपुरी और उड़िया में 10 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। उन्होंने देश और दुनिया भर में कई शो किए। हाल ही में उन्होंने एक प्रोफेशनल प्लेबैक सिंगर के तौर संगीत की दुनिया में अपने 5 दशक पूरे किए थे।