रुद्रपुर पुलिस ने कूट रचित फर्जी मार्कशीट, डिग्री, माइग्रेशन सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरोह का खुलासा किया है। यह गिरोह कई विश्वविद्यालयों के फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर युवाओं को विदेश भेजने का काम भी करते थे। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि गिरोह के मुख्य सरगना सहित तीन आरोपी अब भी फरार हैं।
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रुद्रपुर पुलिस ने कूट रचित फर्जी मार्कशीट, डिग्री, माइग्रेशन सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरोह का खुलासा किया है। यह गिरोह कई विश्वविद्यालयों के फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर युवाओं को विदेश भेजने का काम भी करते थे। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि गिरोह के मुख्य सरगना सहित तीन आरोपी अब भी फरार हैं। बाद में पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। साथ ही फरार सरगना की तलाश में पुलिस जुट गई है।
रुद्रपुर पुलिस ने बीती शाम को मेट्रोपोलिस कालोनी में किरायेदारों का सत्यापन अभियान चलाया था।
इस दौरान पुलिस को एक फ्लैट से दो संदिग्ध युवक गौरव चंद और अजय कुमार मिले। पुलिस ने जब उनके फ्लैट की तलाशी ली तो वहां से बिलियम कैरी यूनिवर्सिटी मेघालय, सन राइज विश्वविद्यालय राजस्थान, साई नाथ यूनिवर्सिटी रांची सहित कई विश्वविद्यालयों की फर्जी मार्कशीट, माइग्रेशन सर्टिफिकेट मिली। कमरे में लैपटॉप, स्कैनर और फर्जी मोहरे भी बरामद हुई। जिसके बाद पुलिस ने दोनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरोह का मुख्य सरगना नवदीप भाटिया, नितेश चंद्र और विजय अग्रवाल फरार है। फर्जी सार्टिफिकेट के लिए यह जरूरतमंदों से से 15 से 20 हजार रुपए तक वसूलते जाते थे।