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देहरादून : भारतीय संस्कृति में किसी की मौत होने पर उसको मुखाग्नि मृतक का बेटा,भाई, भतीजा,पति या पिता ही देता है। दूसरे लफ्जों में आमतौर पर पुरुष वर्ग ही इसे निभाता है। लेकिन भाजपा की युवा नेता और भाजयुमो की प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर नेहा शर्मा ने अनूठी मिसाल पेश करते हुए अपने पिता को मुखाग्नि दी है।
भाजयुमो की प्रदेश प्रवक्ता नेहा शर्मा ने समाज को एक संदेश भी दिया है कि बेटा औऱ बेटी बराबर होते हैं। जो हक बेटे का होता है वो बेटियों का भी होता है। जहां पुत्र के न होने पर लोग दुखी होते हैं कि अंतिम क्रिया कौन करेगा? ऐसे में तमाम रूढ़ियों को दरकिनार करते हुए भाजपा की युवा महिला नेता ने समाज के सामने अपने पिता को मुखाग्नि देकर ये साबित किया है कि बेटे और बेटी में कोई फर्क नहीं होता है।