उत्तराखंड सहित पूरे देश को हिला कर रख देने वाले अंकिता हत्याकांड में सभी तीनों आरोपियों की पुलिस रिमांड मंजूर हो चुकी है। कोर्ट ने आरोपियों की तीन दिन की पुलिस रिमांड मंजूर की है।
माना जा रहा है कि एसआईटी तीनों आरोपियों से न सिर्फ पूछताछ करेगी बल्कि उन्हे मौका – ए – वारदात पर ले जाया जा सकता है। इसके साथ ही पूरे सीन को रिक्रिएट कराया जा सकता है। हालांकि लोगों की नाराजगी और पिछली बार पिटाई की कोशिशों को देखते हुए पुलिस इस बार बेहद सतर्कता बरत रही है। पुलिस अपने मूवमेंट की कोई जानकारी साझा नहीं कर रही है। बेहद गोपनीय तरीके से वो आरोपियों को रिजार्ट और मौके पर ले जाने की तैयारी कर रही है। पुलिस अधिकारी इस बारे में कोई भी जानकारी साझा करने से बच रहें हैं।
पुष्प से हुई पूछताछ
वहीं अंकिता हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी इन दिनों दिन रात काम कर रही है। गुरुवार को पूरा दिन एसआईटी ने अलग अलग लोगों के बयान दर्ज किए हैं। रिजार्ट में काम कर चुके पुराने कर्मचारियों के साथ ही अंकिता के दोस्त पुष्प से भी एसआईटी ने लंबी पूछताछ की है।
अंकिता और पुष्प की इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई थी। अंकिता अपनी हर बात पुष्प के साथ साझा किया करती थी। अंकिता ने पुष्प को बताया था कि वो रिजार्ट में काम करने में असहज महसूस कर रही है। पुष्प ने एसआईटी को बताया कि उनकी दोस्ती लॉकडाउन के दौरान हुई थी। इसी दौरान अंकिता ने अपना होटल मैनेजमेंट का कोर्स पूरा कर लिया और काम की तलाश में लग गई। नौकरी तलाशने में पुष्प भी अंकिता की मदद कर रहा था। इसी दौरान पुष्प ने ही इंटरनेट पर पुलकित के रिजार्ट में वैकेंसी का विज्ञापन देखा और अंकिता को इस बारे में जानकारी दी। अंकिता ने रिजार्ट में नौकरी के लिए आवेदन किया। रिजार्ट में नौकरी के आवेदन के लिए एक शर्त ये भी थी कि रुकने की व्यवस्था रिजार्ट में ही होगी। चूंकि अंकिता का घर पुलकित के रिजार्ट से काफी दूर था लिहाजा अंकिता ने पुलकित के रिजार्ट में ही रुकने पर हामी भर दी।
छोड़ने वाली थी नौकरी
अंकिता ने पुष्प को रिजार्ट के माहौल के बारे में बताया था। अंकिता ने पुलकित के रिजार्ट में काम के पहले ही दिन बेहद असहज महसूस किया। उसने इस बारे में पुष्प को बताया। इसीलिए पुष्प ने उसे नौकरी छोड़ने की सलाह दी। 18 तारीख को अंकिता नौकरी छोड़ने वाली थी। इसी दौरान ये हादसा हो गया।
फोन स्विच ऑफ मिला
बताया जा रहा है कि जिस दिन पुलकित, अंकित और सौरभ अंकिता को बैराज के पास ले जाने वाले थे उसी शाम को अंकिता और पुष्प की तकरीबन आधे घंटे तक फोन पर बातचीत भी हुई। अंकिता और पुष्प की बातचीत के बाद पुलकित और अन्य दो लोग अंकिता को बैराज पर ले गए। इसी दौरान रात नौ बजे के आसपास अंकिता की हत्या हो गई। उधर पुष्प ने रात में फिर अंकिता को फोन किया लेकिन उसका फोन स्विच ऑफ मिला।