एक दिन की भारी बारिश से पूरा देहरादून अस्त व्यस्त हो गया है। देहरादून के अलग अलग इलाकों में जलभराव की तस्वीरें सामने आ रहीं हैं। हालात ये है कि लोगों के घरों में पानी घुस रहा है और नगर निगम की जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चली है।
देहरादून नगर निगम में पिछले लगभग तेरह सालों से बीजेपी का कब्जा रहा है। पहले विनोद चमोली दस सालों तक मेयर की कुर्सी पर रहे उसके बाद त्रिवेंद्र शासन में सुनील उनियाल गामा को मेयर का पद मिला। बीजेपी के तेरह सालों के शासन में भी देहरादून में जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई है।
शहर के घनी बस्तियों की बात छोड़िए खुले इलाकों में भी जलभराव आम समस्या हो गई है। बुधवार को सुबह से हो रही लगातार बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल ही नहीं खोली पूरी तरह से सच बेनकाब कर दिया। हालात ये हैं कि कई सड़कों पर लबालब पानी भरा हुआ है।
लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों पर पैदल चलने वाले और दो पहिया वाहन वालों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि नगर निगम क्या कर रहा है? देहरादून नगर निगम शहर की ड्रेनेज व्यवस्था को क्यों सही नहीं कर पाया? कई इलाकों में जलभराव की सबसे बड़ी वजह नालों और नालियों की सफाई न होना भी है। ऐसे में नालियों की सफाई के लिए होने वाला खर्च कहां जा रहा है ये भी एक बड़ा सवाल है।
हमारे पाठकों ने हमें देहरादून शहर में हुए जलभराव की कई तस्वीरे भेजी हैं। इन तस्वीरों में व्यवस्था की पोल खुलती दिख रही है। कई स्थानों पर सड़कें तालाब का रूप ले चुकी हैं। फुल स्क्रीन देखने के लिए तस्वीर को क्लिक करें।