नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को नियमानुसार अनुमति मिलने के बाद 10 दिन के भीतर रोलआउट किया जा सकता है। जिसके लिए सरकार की देशभर में तैयारियां पूरी हैं. इसके लिए एक कोविन ऐप भी बनाया गया है। ये कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क का शॉर्ट फॉर्म है और केंद्र सरकार महामारी के बीच इसी ऐप के जरिए देश में करोड़ों लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन का टीका लगाने की योजना इकोसिस्टम तैयार कर रही है।
12 भाषाओं में पंजीकरण
सरकार पहले ही ऐलान कर चुकी है कि पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन की डोज दी जाएगी। वहीं जो लोग हेल्थ वर्कर्स नहीं हैं उनके लिए सरकार ने कोविन ऐप बनाया है, जहां लोग वैक्सीन के लिए सेल्फ-रजिस्टर कर सकते हैं। ऐप में आधार प्रमाणीकरण और करीब 12 भाषाओं में वैक्सीन के पंजीकरण कराने की सुविधा दी गई है।
रियल टाइम मॉनिटरिंग
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वैक्सीन डिलीवरी के रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए मोबाइल एप्लीकेशन समेत एक डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित किया है। इससे डेटा रिकॉर्ड रखा जा सकेगा, साथ ही लोग खुद ही वैक्सीन के लिए खुद को रजिस्टर कर सकेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन की निगरानी और इसके डेटा की जानकारी रखने और लोगों को वैक्सीन के लिए रजिस्टर करवाने के लिए कोविन नाम से एक ऐप को तैयार किया है।
यूनिक हेल्थ आईडेंटटी
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया कि को-विन इकोसिस्टम के जरिये वैक्सीनेशन सेशन स्वचालित संचालन होगा। इसी तरह आधार के जरिये प्रमाणीकरण के तरीके से गड़बड़ियों को रोका जा सकेगा। जिन लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी उन्हें एक यूनिक हेल्थ आईडेंटटी मुहैया करायी जाएगी। जिससे वैक्सीन के डोज लेने के बाद किसी भी संभावित विपरीत प्रभाव और ट्रेकिंग पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
टीकाकरण की प्रक्रिया
कोविन ऐप (Co-WIN App) से टीकाकरण की प्रक्रिया, प्रशासनिक क्रियाकलापों, टीकाकरण कर्मियों और उन लोगों के लिए एक मंच की तरह काम करेगा, जिन्हें वैक्सीन लगाई जानी है। कोविन ऐप में 5 मॉड्यूल हैं। पहला प्रशासनिक मॉड्यूल, दूसरा रजिस्ट्रेशन मॉड्यूल, तीसरा वैक्सीनेशन मॉड्यूल, चौथा लाभान्वित स्वीकृति मॉड्यूल और पांचवां रिपोर्ट मॉड्यूल।
पंजीकरण के लिए तीन विकल्प
ऐप लॉन्च होने के बाद कोविन ऐप लोगों को टीकाकरण के पंजीकरण के लिए तीन विकल्प देगा – स्व पंजीकरण, व्यक्तिगत पंजीकरण (एक अधिकारी डेटा अपलोड करके मदद करेगा) और बल्क अपलोड। इस प्रक्रिया के सटीक लॉजिस्टिक्स की घोषणा अभी तक नहीं की गई है। यह संभावना है कि सरकार उन शिविरों को लगा सकती है, जहां लोग जा सकते हैं और अधिकारी उन्हें वैक्सीन के लिए पंजीकृत करवाएंगे। एक बार लिंक सक्रिय होने पर यूजर इस पर रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। इसके लिए मोबाइल पर कोविन ऐप डाउनलोड या कोविन की वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद कई ऑप्शन सामने आएंगे, जिनमें जरूरी विवरण के साथ खुद को पंजीकृत करना होगा। विवरण को सबमिट करना होगा। ऐसा करने के बाद यूजर को अपना टीका लगाने की तारीख और समय मिल जाएगा।