बीते दिनों रामनगर में बाघ के हमले में दो लोगों की जान जाने के बाद से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। बाघ द्वारा महिला को मारे जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने सांवल्दे में ढेला-झिरना पयर्टन मार्ग को दो घंटे तक जाम कर दिया।
ग्रामीणों ने सांवल्दे में ढेला-झिरना पयर्टन मार्ग किया जाम
बाघ के हमले में रविवार को महिला की मौत के विरोध में ग्रामीणों ने सोमवार को सांवल्दे में ढेला-झिरना पयर्टन मार्ग दो घंटे तक जाम किया। इस दौरान ग्रामीणों ने वीवीआईपी की फ्लीट को भी रोक दिया। जिस कारण पुलिस को फ्लीट को दूसरे रास्ते से रवाना किया।
वन्यजीवों के बढ़ते आतंक को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश
वन्यजीवों के बढ़ते आतंक को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसी के चलते ग्रामीणों ने सोमवार को एक बजे से तीन बजे तक ढेला-झिरना पयर्टन मार्ग पर धरना दिया। धरने के कारण वन विभाग ने पर्यटकों को दूसरे रास्ते से भिजवाया।
धरनास्थल पर संयुक्त संघर्ष समिति के नेता महेश जोशी ने कहा कि 14 दिसंबर को कॉर्बेट प्रशासन ने धरने पर आकर घोषणा की थी कि आदमखोर बाघ को पकड़े जाने की अनुमति ले ली गई है। लेकिन इसके बाद भी मामले में कार्रवाई शून्य है। अगर बाघ को पकड़ लिया जाता तो दुर्गा देवी की जान बच जाती।
ढेला रेंजर ने ग्रामीणों को समझाकर किया धरना खत्म
ललित उप्रेती ने कहा कि इंसानों को मारकर जंगली जानवरों को संरक्षित करने की नीति को बदल दिया जाना चाहिए। धरने के दौरान जेड श्रेणी सुरक्षा प्राप्त पंजाब के पूर्व विधायक विक्रम सिंह मजीठिया की गाड़ी भी फंस गई। जिसके बाद पुलिस ने उनकी गाड़ी को दूसरे रास्ते से भेजा। ढेला रेंजर अजय ध्यानी ने ग्रामीणों को समझाकर धरना खत्म कराया।