प्रदेश में पहाड़ से लेकर मैदान तक डेंगू पैर पसारने लगा है। अब तक प्रदेश में डेंगू के 40 मामले सामने आए हैं। शनिवार को भी प्रदेश में तीन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। लगातार डेंगू के मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है।
मुख्य बिंदु
पहाड़ से लेकर मैदान तक डेंगू का डंक
उत्तराखंड में डेंगू का डंक गहराता जा रहा है। पहाड़ से लेकर मैदान तक डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। अब तक प्रदेश में 40 मरीज सामने आए हैं। बता दें कि देहरादून में पांच लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। जिला सर्विलांस अधिकारी डा. सीएस रावत ने बताया कि ऋषिकेश के मीरानगर की 50 वर्षीय महिला में डेंगू की पुष्टि हुई है जिसका ईलाज चल रहा है। हालांकि मरीज की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
डेंगू से बचने के लिए क्या करें
- पानी की टंकियों और कंटेनरों का ढक्कन कसकर बंद करें।
- सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें पूरी बांह के कपड़े पहनें।
- जरुरत पड़ने पर मच्छर भगाने वाली क्रीम या कॉइल का इस्तेमाल करें।
- कूलर, ड्रम टंकी, बाल्टी आदि में पानी जमा ना होने दें। दोबारा उपयोग से पूर्व उन्हें अच्छी तरह सुखाएं।
- हैंडपंप के आसपास भी पानी इकट्ठा ना होने दें।
- जमा पानी पर मिट्टी का तेल या इंजन का जला हुआ तेल डालें और आसपास सफाई रखें।
- बुखार होने पर सिर्फ पैरामसिटामोल लें, खूब पानी पीएं और डॉक्टर की सलाह लें।
डेंगू से बचाव के लिए क्या न करें?
- अपने आस-पास पानी न जमा होने दें।
- नारियल के छिलके, पुराने टायर, डिब्बे, बोतलें, टिन आदि को खुले में न फेंके।
- डेंगू बुखार के लिए कोई खास दवा नहीं है, इसलिए खुद से दवा लेने से बचें।
- डेंगू बुखार के सामान्य लक्षण दिखने पर या डॉक्टर की सलाह के बिना अस्पताल में भर्ती होने पर जोर न दें।