दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान बड़ा तोहफा देने जा रहा है। अब गंभीर मरीजों को इलाज के लिए किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। अस्पताल में ऐसे मरीजों के लिए अलग सेक्शन तैयार किया जा रहा है। ऐसे मरीजों के लिए जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के परिसर में एक नया क्रिटिकल केयर सेक्शन बनाएगा। बता दें कि अभी तक गंभीर रुप से परेशान मरीजों के को इलाज के लिए ओपीडी के चक्कर लगाने पड़ते थे।
नए सेक्शन में 200 अतिरिक्त बिस्तर
एम्स के निदेशक डॉ एम श्रीनिवास ने एक रिपोर्ट में बताया कि नए सेक्शन में 200 अतिरिक्त बिस्तर होंगे। इससे अस्पताल की क्षमता बढ़ेगी। इसके बनने के बाद इमरजेंसी वार्ड में आने वाले मरीजों को तत्काल इलाज हो सकेगा। इसके साथ ही एम्स की सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए एआई कैमरे लगाए जा रहे हैं। फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे शुरु किया जा रहा है। आने वाले समय में और कैमरे लगाए जाएंगे। प्रशासन ने यह फैसला कोलकाता रेप और मर्डर केस को बाद एहतियात के तौर पर उठाया है।
अगले 2 साल में पूरा होगा काम
अस्पताल का नया सेक्शन अगले 2 साल में पूरा होगा। इसका काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। अभी तक गंभीर मरीजों को एम्स के इमरजेंसी वार्ड में लाया जाता था। ऐसे में इमरजेंसी पर अधिक भार पड़ता था। नया सेक्शन शुरु होने से गंभीर मरीजों का इलाज हो सकेगा। इससे पहले एक्सीडेंट के मामलों में एम्स ने अलग ट्रॉमा सेंटर शुरु किया था जहां एक्सीडेंट के मामलों में जल्द और बेहतर इलाज किया जाता है।