देहरादून :बीते दिन उत्तराखंड पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया जब थाना कैंट में तैनात सब इंस्पेक्टर को सीबीआई ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है जिसकी जांच अभी भी जारी है। जानकारी मिली है कि दारोगा धोखाधड़ी के मामले में कबूतरबाज को पक़़ने चंडीगढ़ गया था। दारोगा ने आरोपी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई न करने के लिए 5 लाख की मांग की लेकिन बात 1 लाख में पक्की हुई लेकिन तभी सीबीआई ने रेड डाल दी।
मिली जानकारी के अनुसार थाना कैंट में तैनात सब इंस्पेक्टर हेमंत खंडूरी को सीबीआई ने 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.मिली जानकारी के मुताबिक सीनियर दारोगा हेमंत खंडूरी एक केस की जांच विवेचना के चलते चंडीगढ़ गए हुए थे. वहां उन्होंने केस के मामले में 1 लाख की रिश्वत ली. बात 5 लाख में हुई थी लेकिन 1 लाख में बात पक्की हुई। इसी लेने देन के दौरान रिश्वत लेते समय सीबीआई की टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.फिलहाल सीबीआई की टीम उनसे पूछताछ कर रहीहै औऱ सीबीआई ने उनके घर पर भी डेरा डाला है।. सीबीआई की टीम ने दस्तावेजों को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. इतना ही नहीं सीबीआई की टीम सब इंस्पेक्टर हेमंत खंडूरी से रिश्वत लेने के मामले में अन्य तरह के दस्तावेज भी जुटा रही है.।
मिली जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ में एक लाख रुपये की रिश्वत के साथ पकड़े गए दरोगा हेमंत खंडूरी के दून स्थित आवास पर भी सीबीआई ने छापा मारा। पुलिस लाइन देहरादून स्थित आवास में सीबीआई देहरादून की टीम देर शाम तक कार्रवाई में जुटी रही। हालांकि, यहां से सीबीआई को क्या मिला और क्या नहीं इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है।
डीजीपी का बयान
वहीं इस मामले में डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि उन्हें रिश्वतकांड की जानकारी कई सूत्रों के हवाले से मिली है। अधिकारिक रूप से उत्तराखंड पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं आई है। डीजीपी ने कहा कि अगर इसमें कुछ भी सच्चाई हुई तो दारोगा को बर्खास्त किया जाएगा। डीजीपी ने इस बहुत ही निंदनीय बताया।
इनको पकड़ने गए थे दारोगा
मुकदमा आठ दिसंबर 2020 को दर्ज किया गया था। कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि कुछ लोगों ने फर्जी कंपनी बनाकर विदेश भेजने के नाम पर 20 से 25 लाख रुपये ठगे हैं। इस मामले में 3 मार्च को लक्ष्मीनारायण उर्फ विनोद उर्फ निर्मल सिंह निवासी कलायत, कैथल हरियाणा को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उसने चंडीगढ़ निवासी एक साथी का और नाम बताया था। इसी फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी कराया और एसएसआई हेमंत खंडूरी को चंडीगढ़ भेजा।