बिहार के औरंगाबाद में घर में छठ पूजा के लिए प्रसाद बनाने के दौरान सिलेंडर फट गया। सिलेंडर ब्लास्ट होने से एक दर्दनाक हादसा हो गया। जानकारी के मुताबिक सिलेंडर फटने से 30 से ज्यादा लोग झुलसे गए। वहीं कई लोगों की हालत हालत गंभीर बताई जा रही है। नगर थाना क्षेत्र के शाहगंज मोहल्ले के वार्ड नं 24 में शनिवार की सुबह करीब 2ः30 बजे के आसपास मोहल्ले के ही अनिल गोस्वामी के घर मे छठ पर्व बनाया जा रहा था इसी बीच परिवार के सभी लोग प्रसाद बना रहे थे। इसी दौरान आग ने सिलेंडर को अपनी चपेट में ले लिया। इससे गैस रिसने लगी और आग तेजी से आग भड़क गई। इसके बाद भगदड़ मच गई। कुछ लोग आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग तेज हो गई।
आसपास के लोगों ने नगर थाने की पुलिस एवं दमकल की टीम को सूचना दी। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस एवं दमकल की टीम आग बुझाने में लग गई, लेकिन आग धीरे-धीरे बढ़ती गई और अचानक घर मे ब्लास्ट हो गया। इसमे करीब 30 से अधिक लोग झुलस कर गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद सभी घायलों को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घायलों में पुलिसकर्मी में महिला सिपाही प्रीति कुमारी, डीएपी अखिलेश कुमार, जगलाल प्रसाद, सैफ जवान मुकुंद राव, जगलाल प्रसाद, ड्राइवर मोहम्मद मोज्ज्म एवं शाहगंज मुहल्ले के नगर परिषद अध्यक्ष पद प्रत्याशी अनिल ओड़िया, गया ज्वेलर्स के पंकज वर्मा, राजीव कुमार, मोहम्मद शाब्दिर, मोहम्मद असलम, सुदर्शन, अरियन गोस्वामी, मोहम्मद छोटू आलम, अनिल कुमार, शाहनवाज समेत लगभग 30 से अधिक लोग घायल हो गए। इनमें से 25 लोग की हालत गंभीर बताई जा रही है। कई लोगों को सदर अस्पताल में और कई को निजी नर्सिंग होम में भी भर्ती कराया गया है।
आग बुझाने में हुई लापरवाही
बताया जा रहा है कि सिलेंडर में जब आग लगी हुई थी। इस बीच मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी सिलेंडर की आग बुझाने में लगे हुए थे। इस बीच सिलेंडर पर जैसे ही पानी डाला गया तो वो फट गया। गैस सिलेंडर पर लगी आग को गीला कपड़ा लपेटकर बुझाया जाता है, या उसके लिए दूसरी गैस का प्रयोग किया जाता है। पानी डालने से आग भड़कती है। यहां जो तरीका आग बुझाने में प्रयोग किया गया, उससे यही लगता है, कि आग बुझाने के बारे में पुलिस कर्मियों को ठीक से ट्रेनिंग नहीं दी गई थी।