देहरादून : उत्तराखण्ड पुलिस की और से आयोजित प्रथम देवभूमि हैकाथॉन का समापन हो गया है। इसमें देशभर से विभिन्न राज्यों के प्रतिभागियों ने किया प्रतिभाग किया। साइबर अपराधो में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है। जिसमे विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध देशो के कोने कोने से सामने आ रहे है। साइबर अपराध बढ़ने का एक महत्वपूर्ण कारण दिन प्रतिदिन विभिन्न प्रकार की तकनीको की उन्नति भी है। इस कारण यह भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि पुलिस भी अपने संसाधनो में अधिक से अधिक तकनीकी सुधार करने का प्रयत्न कर रही है।
देवभूमि हैकाथॉन के माध्यम से देश के युवा छात्रो से विभिन्न प्रकार की तकनीकी सॉफ्टवेयर बनाना जो पुलिस को जांच एवं विवेचनाओं मे सहायता प्रदान कर सकती है। उनके द्वारा दिये गये सॉफ्टवेयर के माध्यम से विभिन्न अभियोगो को अतिशीघ्र अनावरण करने हेतु एक अहम प्रयास होगा। बढते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने व प्रभावी कार्यवाही हेतु पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड महोदय के निर्देशन में 10 नवम्बर को संथिल अवोदई कृष्ण राज एस (IPS), पुलिस उपमहानिरीक्षक, एसटीएफ, की मौजूदगी मे यूपीएस कालेज के सभागार मे देवभूमि साइबर हैकाथॉन के मुख्य चरण का शुंभारम्भ किया गया।
देवभूमि साइबर हैकाथॉन में उत्तराखण्ड के अलावा तमिलनाडू, कर्नाटका, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब व केन्द्र शास्ति प्रदेश दिल्ली के विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के छात्रों एवं आईटी प्रोफेसनल की 326 टीमों ने किस्सा लिया। प्रतियोगिता के प्रथम चरण में प्रतिभागियों को वर्तमान में साइबर क्राईम के क्षेत्र में चल रही जटिल समस्याओं (मोबइल/कम्प्यूटर व नेटवर्किग सुरक्षा सम्बन्धित) को हल करने का टास्क दिया गया जिसे सभी प्रतिभागियों द्वारा उक्त समस्याओं के निकारण हेतु जो टेक्नोलोजी प्रस्तुत की गयी वह सराहनीय थी, प्रतियोगिता के प्रथम चरण में प्रतिभागियों द्वारा साइबर क्राईम के अपराधो के रोकथाम के लिए 50 महत्वपूर्ण सुझाव दिये गये। प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत की गयी टेक्नोलोजी का इस्तेमाल कर भविष्य में किसी भी प्रकार के साइबर अपराध को रोकने में सहायता प्राप्त हो सकेंगी।
भारत के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्मृति दिवस पर देवभूमि साइबर हैकाथॉन के प्रथम चरण का परिणाम घोषित किया गया । प्रथम चरण के परिणाम घोषित होने पर कुल 15 टीमे अगले चरण मे पहुंची। देवभूमि साइबर हैकाथॉन मे उपरोक्त सफल 15 टीमो को प्रतिभाग करने के लिए बुलाया गया। इन टीमों ने 36 घंटे तक IBM बैंगलोर की एक्सपर्ट टीम के साथ पुलिस की समस्याओ के लिए टूल्स की प्रेग्रामिंग की। सफल टीमो द्वारा टूल्स की प्रेग्रामिंग से साइबर अपराधो की रोकथाम मे पुलिस को जांच एवं विवेचनाओं मे काफी लाभ प्राप्त होगा। उनके द्वारा दिये गये सॉफ्टवेर के माध्यम से विभिन्न अभियोगो को अतिशीघ्र अनावरण करने हेतु एक अहम प्रयास होगा।
36 घंटे तक चले इस हैकाथॉन में डीजीपी के निर्देशन में निर्णायक समीति अमित सिन्हा, IPS, पुलिस महानिरीक्षक उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय की अध्यक्षता में गठित निर्णायक समिति रिधिम अग्रवाल IPS, पुलिस उपमहानिरीक्षक, निवेदिता कुकरेती, IPS, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिसूचना, उमेश जोशी, पुलिस अधीक्षक संचार और अनुशा बड़ोला, पुलिस उपाधीक्षक के द्वारा अंतिम चरण के परिणाम घोषित किये , जिसमें टॉप 3 टीम को विजेता व 2 टीमों को सांत्वना पुरस्कार के लिये चुना गया जो निम्नवत है ।
Top Three Team-
1- Saumya Srivastava & Kartik Setia (Winner)
2- Sanyam Jain & Manjot Singh (First Runner up)
3- Meet Bisht ( Second Runner up)
Consolation Prize Team-
1-Shivankar Kumar Singh
2-Abhinav Singh & Sachin Singh & Akshay Srivastava & Arya Kesharwani
विजेता प्रतिभागियों को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया । उक्त हैकाथॉन के सफल आयोजन में UPES कालेज देहरादून द्वारा भी महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया गया। प्रतिभागियों द्वारा साइबर क्राईम के क्षेत्र में उपलब्ध कराये गये महत्वपूर्ण सुझावों से भविष्य में किसी भी प्रकार के साइबर अपराध को रोकने व उसके अनावरण में साहयता प्राप्त की जा सकेगी । प्रतिभागियों द्वारा उपलब्ध कराये गये सुझावों को सभी जनपद पुलिस को उपलब्ध कराया जायेगा , ताकि उत्तराखण्ड पुलिस स्मार्ट पुलिसिगं की ओर एक कदम और बढते हुये साइबर क्राईम के अपराधों को रोकने में मील का पत्थर साबित हो सकें।