उत्तराखंड से बड़ी खबर है। राष्ट्रपति चुनावों में हुई वोटिंग में उत्तराखंड में भी क्रास वोटिंग हुई है। बीजेपी के विधायकों के अतिरिक्त भी अन्य विधायकों ने भी पार्टी लाइन से ऊपर जाकर द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है। बड़ी खबर ये है कि उत्तराखंड में कांग्रेस के एक विधायक ने भी द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है।
दरअसल गुरुवार की शाम राष्ट्रपति पद के लिए काउंटिंग पूरी हो गई। इसमें उत्तराखंड से द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में 51 वोट पड़े हैं जबकि यशवंत सिन्हा के पक्ष में 15 वोट पड़े हैं। एक वोट अमान्य हो गया है।
बीजेपी के पास चुनावों से पहले अपने विधायकों के कुल 47 वोट थे। जबकि निर्दलीय और बसपा के विधायकों के कुल 4 वोट भी थे। इस तरह देखें तो बीजेपी खेमें में कुल 47+4 = 51 वोट थे। हालांकि वोटिंग वाले दिन कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास स्वास्थ कारणों से वोट डालने नहीं जा पाए लिहाजा बीजेपी खेमे में कुल 50 वोट बचे।
वहीं कांग्रेस के पास अपने 19 विधायक थे। वोटिंग वाले दिन कांग्रेस के दो विधायकों ने वोट नहीं किया। राजेंद्र भंडारी और तिलक राज बेहड़ ने अपना वोट नहीं डाला। इसके बाद कांग्रेस खेमे में बचे 17 वोट।
इस तरह देखें तो अंतिम वोटिंग हुई – 50(NDA)+17(UPA) यानी 67 विधायकों की।
लेकिन काउंटिंग के दौरान एक वोट अमान्य हो गया। इस तरह कुल वोट पड़े 66…
शाम को आई फाइनल टैली बताती है कि 66 में से 51 वोट द्रौपदी मुर्मू को गए हैं और 15 वोट यूपीए उम्मीदवार यशवंत सिंहा को।
यानी बीजेपी को उम्मीद से एक वोट अधिक मिला है। ऐसे में ये साफ है कि कांग्रेस के किसी एक विधायक ने क्रास वोटिंग की है।
जाहिर है कि काउंटिंग के बाद अब राज्य के सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। आखिर कौन वो कांग्रेसी विधायक है जिसने बीजेपी उम्मीदवार को वोट कर दिया है।
आपको बता दें कि वोटिंग के दिन हैरतअंगेज तरीके से कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी वोट डालने आए ही नहीं। पोलिंग एजेंट के तौर पर काम कर रहीं कांग्रेस विधायक ममता राकेश से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया था कि राजेंद्र भंडारी का फोन नहीं लग रहा है।