नैनीताल : उत्तराखंड में एक तऱफ जहां 4000 से ज्यादा कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं तो वहीं मृतकों के आंकड़ों ने भी हड़कंप मचा दिया है। बता दें कि रविवार को 44 तो वहीं शनिवार को 81 लोगों की मौत ने सबको डरा दिया है। वहीं बता दें कि अब कोई भी ऐसी जगह नहीं बची है जहां कोरोना ने अपना कहर ना बरपाया हो। बता दें कि हाईकोर्ट के दरवाजे तक कोरोना पहुंच गया है। वहीं हाईकोर्ट के एक कर्मी की कोरोना से मौत हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद टीआरसी में आइसोलेट किया गया था। वहीं स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद रविवार को उसे सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर किया गया था।
जानकारी के मुताबिक बीते दिनों बीडी पांडे अस्पताल की टीम द्वारा हाई कोर्ट क्षेत्र से कर्मियों और क्षेत्रवासियों के सैंपल लेकर आरटीपीसीआर जांच को भेजे गए थे। दो दिन पहले हाई कोर्ट परिसर निवासी शंभू राम की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। शंभू राम को सूखाताल टीआरसी में आइसोलेट कर दिया गया था। वहीं रविवार दोपहर अचानक उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई तो उसे देर शाम चिकित्सकों ने सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया। अस्पताल पीएमएस डॉ केएस धामी ने बताया कि पीड़ित व्यक्ति की रात को ही मौत हो गई। बता दे कि शहर में संक्रमण के मामलों के साथ ही अब मौतों के आंकड़े भी डराने लगे हैं। संक्रमण से यह चौथे व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। इससे पहले मल्लीताल निवासी एक बुजुर्ग, तल्लीताल निवासी एक शिक्षक और एक पत्रकार की मौत हो चुकी है।