देहरादून : उत्तराखंड में कोरोना का कहर चरम पर है। बात करें जिलों की तो सबसे ज्यादा कहर दून में ही बरप रहा है। सबसे ज्यादा मामले दून में सामने आ रहे हैं जिससे जिले में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसको देखते हुए कोरोना के मरीजों के इलाज में दिक्कत न हो दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय को कोरोना अस्पताल में तब्दील किया गया है। जिससे अन्य मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि सोमवार को मरीजों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ओपीडी पंजीकरण का समय घटाए जाने के कारण कई मरीज बिना चिकित्सकीय परामर्श ही वापस लौट गए। वहीं अब अस्पताल में सामान्य मरीजों को भर्ती भी नहीं किया जा रहा है यहां सिर्फ कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा है।
बता दें कि दून अस्पताल में अब कोरोना मरीजों का ही उपचार किया जा रहा है। सोमवार से ओपीडी आधी क्षमता के साथ संचालित की गई। ओपीडी पंजीकरण 12 बजे तक ही हुए। वहीं सामान्य मरीजों को भर्ती करने और ऑपरेशन पर भी रोक लगा दी गई है। ऐसे में मरीजों को अन्य अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है और दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अगर ऐसे ही हालात रहे तो स्थिति और खराब हो सकती है।
प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि जिले में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। दून मेडिकल अस्पताल में भर्ती होने वाले कोरोना मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। कोरोना संक्रमण का प्रसार अन्य सामान्य मरीजों में न हो और आने वाले समय में अगर मरीज बढ़ते हैं तो इसे देखते हुए अस्पताल को फिर से कोविड अस्पताल बनाए जाने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में हर दिन तकरीबन डेढ़ हजार तक की ओपीडी रहती है। सोमवार को भी करीब 11 सौ मरीज देखे गए। आगे स्थिति की समीक्षा कर संख्या सीमित की जा सकती है।